ROUTE MOBILE IPO : फिर एक दिन में पैसा हुआ दोगुना, जानें डिटेल
नई दिल्ली। रूट मोबाइल के आईपीओ की आज यानी 21 सितंबर 2020 को धमाकेदार लिस्टिंग हुई है। कंपनी ने अपना शेयर 350 रुपये पर जारी किया था, जो आज शेयर बाजार में 708 रुपये पर लिस्ट हुआ है। इस प्रकार निवेशकों का पैसा फिर से पैसा एक ही दिन में दोगुने से ज्यादा हो गया है। रूट मोबाइल का लिस्टिंग गेन 102 फीसदी रहा है। इससे पहले इसी हफ्ते इससे पहले आईटी सर्विस प्रोवाइडर हैपिएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजी के आईपीओ की भी धमाकेदार लिस्टिंग हुई थी। कंपनी ने निवेशकों को अपना शेयर 166 रुपये के रेट पर ऐलाट किया था और इसकी लिस्टिंग 385 रुपये पर पर हुई थी। इस प्रकार निवेशकों को लिस्टिंग डे पर ही करीब 111 फीसदी का फायदा हो गया था।
जानिए रूट मोबाइल के बारे में
रूट मोबाइल की आज बंपर लिस्टिंग हुई है। कंपनी का शेयर 102 फीसदी प्रीमियम के साथ 708 रुपये पर शेयर बाजार में लिस्ट हुआ है। कंपनी का आईपीओ निवेश के लिए 9 सितंबर से खुला था और इसमें 11 सितंबर तक निवेश किया जा सकता था। रूट मोबाइल ने अपने इस आईपीओ से 600 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं। इस आईपीओ के माध्यम से कंपनी के प्रोमोटरों ने अपने 360 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं।
जानिए कितना था रूट मोबाइल का प्राइस बैंड
रूट मोबाइल ने अपने इस आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 345 रुपये से लेकर 350 रुपये तक तय किया था। रूट मोबाइल के आईपीओ को आखिरी दिन तक 74.13 गुना अभिदान मिला था। इससे पहले कंपनी ने 15 एंकर इनवेस्टरों से भी 180 करोड़ रुपये जुटाए थे। इस आईपीओ की लिस्टिंग के बाद कंपनी में प्रोमोटरों की हिस्सेदारी 96 फीसदी से घटकर 66 फीसदी के स्तर पर आ गई है।
कंपनी इन पैसों से क्या करेगी
रूट मोबाइल इस आईपीओ से मिले पैसे का इस्तेमाल अपना लोन पटाने, ऑफिस खरीदने और अधिग्रहण जैसों कामों में करेगी। जहां तक पिछले 3 साल के कामकाज की बात है तो इसका प्रदर्शन अच्छा रहा है। कंपनी बदलती तकनीक और बढ़ती प्रतियोगिता के साथ अच्छी तरह से तालमेल बैठाकर लगातार आगे बढ़ रही है।
ये है रूट मोबाइल का कारोबार
रूट मोबाइल की स्थापना 2004 में मुंबई में हुई थी। रूट मोबाइल कॉम्युनिकेशन के तमाम सॉल्युशन उपलब्ध कराती है। इसमें फायरवॉल, फिल्टरिंग और मेसेज, वॉयस और ईमेके लिए एनालिटिक्स सेवाएं शामिल हैं। कंपनी उद्यमों, मोबाइल ऑपरेटर और ओटीटी प्लेटफॉर्म के लिए बिजनेस प्रोसेसिंग का काम करती है। रूट मोबाइल का कारोबार 18 देशों में फैला हुआ है।