LIC IPO : आज होगी शेयरों की लिस्टिंग, जानिए क्या हैं उम्मीदें
नई दिल्ली, मई 16। बंपर आईपीओ के बाद देश की सबसे बड़ी और सरकारी बीमा कंपनी भारतीय बीमा निगम (एलआईसी) का शेयर मंगलवार को दलाल स्ट्रीट पर शुरुआत करने के लिए पूरी तरह तैयार है। मगर जिन लोगों को एलआईसी के आईपीओ में शेयर मिले हैं, उनके लिए बुरी खबर है। क्योंकि एलआईसी का शेयर इस समय ग्रे मार्केट में मामूली डिस्काउंट (आईपीओ के रेट से कम) पर कारोबार कर रहा है। ये निगेटिव रेट (आईपीओ के रेट से कम पर) पर लिस्ट होने का संकेत है। हाल ही में सामने आया था कि एलआईसी के शेयरों में अनऑफिशियल मार्केट में 949 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले 15-20 रुपये की छूट के साथ कारोबार हो रहा है।
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हो सकता है नुकसान
ग्रे मार्केट पर नजर रखने वाले डीलरों के अनुसार, निवेशकों को सरकारी बीमा कंपनी से धमाकेदार लिस्टिंग की उम्मीदों को कम रखना चाहिए क्योंकि कम सब्सक्रिप्शन आंकड़े और एक अस्थिर बाजार से नुकसान की संभावना अधिक है। एक अन्य जानकार के अनुसार एलआईसी के इश्यू प्राइस के आस-पास लिस्ट होने की संभावना है और निवेशकों को एक अच्छा लिस्टिंग रेट नहीं मिल सकता है। इसके लिए हाल ही में आई गिरावट को कारण माना जा रहा है।

सबसे बड़ा आईपीओ इश्यू
एलआईसी का इश्यू भारत के प्राथमिक बाजार में सबसे बड़ा रहा है और लिस्टिंग के बाद बाजार में इसके शेयरों की पर्याप्त आपूर्ति होगी। क्योंकि खुदरा निवेशक और एचएनआई शेयरों से बाहर निकलने की सोच सकते हैं। ऐसे में आगे इसके प्राइस में बढ़ोतरी हो सकती है।

कैसा रहा आईपीओ
बीमा कंपनी के कर्मचारियों और पॉलिसीधारकों की मजबूत मांग के कारण इश्यू को 2.95 गुना आवेदन मिले। हालांकि, खुदरा विक्रेताओं, क्यूआईबी और एचएनआई निवेशकों ने प्रमुख रूप से बहुत अच्छा रेस्पोंस नहीं दिया। सेकेंडरी मार्केट में बेहद नकारात्मक धारणा के कारण ग्रे मार्केट में एलआईसी के शेयर के प्रीमियम में पिछले कुछ हफ्तों में तेजी से गिरावट आई है।

22 करोड़ से अधिक शेयर बिके
एलआईसी घरेलू प्राथमिक बाजार में अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ रहा। सरकार ने कंपनी में 22.13 करोड़ शेयर या 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेची, जिसका मूल्य 6 लाख करोड़ रुपये था, जो 5.4 लाख करोड़ रुपये के एम्बेडेड मूल्य का लगभग 1.12 गुना था।

आगे क्या करें निवेशक
एक बाजार विश्लेषक के अनुसार बीमा का बिजनेस लंबी अवधि की प्रकृति का होता है। इसलिए निवेशकों को लंबी अवधि के लिए कंपनी के साथ बने रहने का सुझाव दिया गया है, फिर भले ही इसके शेयर छूट पर ही क्यों न लिस्ट हों। एलआईसी के आईपीओ को निवेशकों से उम्मीद के अनुसार रेस्पोंस नहीं मिला। इसके आईपीओ को 2.95 गुना ओवरसब्सक्राइब किया गया। कंपनी के आईपीओ में 16.2 करोड़ इक्विटी शेयर रखे गए थे। इसके मुकाबले 47.83 करोड़ इक्विटी शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं। पॉलिसीधारकों के लिए अलग रखे गए हिस्से को 6.11 गुना, कर्मचारियों के आवंटित कोटे को 4.39 गुना और खुदरा निवेशकों के आरक्षित शेयरों के लिए 1.99 गुना आवेदन मिले। वहीं योग्य संस्थागत खरीदारों के आरक्षित हिस्से को 2.83 गुना और गैर-संस्थागत निवेशकों के हिस्से को 2.91 गुना सब्सक्राइब किया गया।