Good News : विदेश में लिस्ट हो सकेंगी भारत की कंपनियां, जानें फायदे
नई दिल्ली। जल्द ही देश की कंपनियां विदेश के शेयर बाजारों में सूचीबद्ध हो सकेंगी। अभी इस पर रोक है। विदेश में सूचीबद्ध होने पर जहां भारतीय कंपनियों और भारतीय शेयर बाजार पर विदेशी निवेशकों का भरोसा बढ़ेगा, वहीं कंपनियां आसानी से विदेश से पैसा भी जुटा सकेंगी। इसका फायदा जहां जल्द सूचीबद्ध होने की योजना बना रहीं रिलायंस जियो और एलआईसी को मिलेगा वहीं भारतीय स्टार्टअप कंपनियां भी इसका फायदा उठा सकेंगीं। सरकार इसके लिए नियमों में जरूरी बदलाव करने जा रही है। इसके बाद 7 देशों की सूची जारी की जाएगी, जहां भारतीय कंपनियां सूचीबद्ध हो सकेंगी।
जल्द जारी होंगे नियम
कॉर्पोरेट अफेयर्स मिनिस्ट्री और डिपार्टमेंटट ऑफ इकॉनमिक अफेयर्स डुएल लिस्टिंग के नियम को समाप्त करने पर सहमत हो गए हैं। इस नियम के अनुसार किसी कंपनी के लिए विदेश में सूचीबद्ध होने के लिए भारत में लिस्टेड होना जरूरी है। इस नियम के खत्म होने के बाद कोई भी कंपनी सीधे इन 7 देशों के शेयर बाजारों में सूचीबद्ध हो सकेंगी।
बाद में 7 से ज्यादा देशों को इसमें शामिल किया जाएगा
शुरू में इस सूची में 7 देशों के नाम होंगे, लेकिन बाद में इसमें विस्तार किया जाएगा और नए देश जोड़े जाएंगे। वहीं इसमें हॉन्ग कॉन्ग को शामिल नहीं किया जाएगा। इसकी वजह चीन के साथ सीमा विवाद का चलना है। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के अनुसार गुजरात गिफ्ट सिटी में स्थित इंटरनैशनल फाइनैंशियल सेंटर का विदेशों में कई शेयर बाजारों के साथ समझौता है। इससे भी भारतीय कंपनियों को मदद मिल सकती है। अभी तक भारत की कंपनियां विदेश बाजार में एडीआर जारी कर पैसा जुटा सकती थी। लेकिन शेयर की लिस्टिंग विदेशी बाजार में नहीं करा सकती थीं। लेकिन नया नियम जारी होते हैं, भारतीय कंपनियां वाकई ग्लोबल हो जाएंगी। इससे भारतीय कंपनियों को दुनिया में एप्पल और गूगल की तरह पहचान भी मिलेगी।
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