म्यूचुअल फंड निवेश 25 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंचा
भारतीय म्यूचुअल फंड का एसेट आधार अगस्त अंत तक रिकॉर्ड 25 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया है। यह स्तर जुलाई महीने के अंत के स्तर जुलाई महीने के अंत के स्तर से करीब 8.41 प्रतिशत अधिक है।
भारतीय म्यूचुअल फंड का एसेट आधार अगस्त अंत तक रिकॉर्ड 25 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया है। यह स्तर जुलाई महीने के अंत के स्तर जुलाई महीने के अंत के स्तर से करीब 8.41 प्रतिशत अधिक है। लिक्विड फंड में शानदार निवेश और रिटेल निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी से म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री को काफी बिल मिला है। भारतीय म्यूचुअल फंड के अनुसार 42 खिलाडि़यों वाली इस इंडस्ट्री के एसेट आधार जुलाई के अंत तक 23.06 लाख करोड़ रुपए था।
पिछले साल अगस्त अंत तक यह आंकड़ा 20.6 लाख करोड़ रुपए पर था। एम्फी के मुख्य कार्यकारी एनएस वेंकटेश ने कहा है कि रिटले निवेशकों को बढ़ती भागीदारी और जागरुकता अभियान सफलता के चलते एसेट आधार में मासिक वृद्धि देखने को मिल रही है।
रिटेल स्तर के निवेशकों को सिप अब भी काफी आकर्षित कर रही है। लोग लगातार इस रास्ते निवेश में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एकमुश्त निवेश से अच्छा है कि नियमित अंतराल पर छोटी-छोटी राशि निवेश की जाए, निवेशकों के लिए यह काफी सरल है।
मई 2014 में इंडस्ट्री ने पहली बार 10 लाख करोड़ रुपए का एसेट अंडर मैनेजमेंट हासिल किया था। तीन के अंतराल में ही यह AUM दोगुना होकर 20 लाख करोड रुपए तक पहुंच गया था। अगस्त 2018 के अंत तक यह आंकड़ा 25.2 लाख करोड़ रुपए को पार कर गया है।
पिछले महीने म्यूचुअल फंड स्कीमों में करीब 1.75 लाख करोड़ रुपए का निवेश हुआ है। इसमें से 1.71 लाख करोड़ रुपए लिक्विड फंड चुनिंदा अल्पावधि इंस्टूमेंट्स में निवेश करते हैं। इसके अलावा इक्विटी स्कीमों में 7,700 करोड़ रुपए का निवेश हुआ।