आधार नंबर का क्या करें क्या नहीं बताएगा UIDAI
अब UIDAI यूजर्स को यह समझाने की प्लानिंग कर रहा है कि आधार कार्ड का नंबर कहां और कब शेयर किया जाए।
हाल ही में भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) के अध्यक्ष आरएस शर्मा के द्वारा आधार चैलेंज दिया गया था। जिस पर सोशल मीडिया पर काफी बवाल हुआ था। जिसे देखते हुए अब UIDAI यूजर्स को यह समझाने की प्लानिंग कर रहा है कि आधार कार्ड का नंबर कहां और कब शेयर किया जाए। बता दें कि यूआईडीएआई आधार नंबर को पैन कार्ड नंबर, बैंक अकाउंट नंबर और क्रेडिट कार्ड नंबर के समान बनाना चाहता है और यूजर से आशा करता है कि वह इसे पब्लिक डोमेन में रखने से बचें क्योंकि पब्लिक डोमेन में फेसबुक, ट्विटर जैसे अन्य एप्स भी शामिल हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवालों को जारी करना है जरुरी
यूआईडीएआई के सीईओ अजय भूषण पाण्डेय ने इस योजना के बारे में बताते हुए कहा है कि लोगों को यह बताना जरुरी है कि वह आधार का कहीं भी बिना किसी डर के उपयोग कर सकते हैं, इसके लिए अक्सर पूछे जाने वाले सवाल जारी किया जाना जरुरी हो गया है। FAQ में लगभग एक दर्जन सवालों के जवाब दिए जाएंगे।
ट्राई के चेयरमैन ने दी थी चुनौती
आधार की जानकारी शेयर की जाए या नहीं इस पर लंबी बहस हाल ही में फिर से शुरु हो गई है। वास्तव में ट्राई के चेयरमैन ने ट्विट करके कहा है था कि मेरा आधार नंबर xxxxxxxxxxx है और मैं चुनौती देता हूं कि आप कोई ठोस उदाहरण दें कि इसे जानकार आप मुझे हानि पहुंचा सकते हैं। इस चुनौती के कुछ घंटे बाद ही उनके निजी आंकड़े लीक हो गए थे।
UIDAI खत्म करना चाहता है लोगों का डर
एक ओर जहां ट्विटर उपभोक्ताओं ने आरएस शर्मा की निजी जानकारियां निकाल लेने का दावा किया तो वहीं वो इस बात पर अड़े रहे कि उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंच सका है। फिलहाल, इस विवाद के बाद प्राधिकरण ने 31 जुलाई को लोगों को सलाह दिया कि वे 12 अंकों का अपना आधार नंबर सार्वजनिक नहीं करें और न ही लोगों को इस तरह की चुनौती दें।
इससे लोगों को लगा कि आधार नंबर की वजह से उनकी जानकारी भी अब खतरे में है। इसलिए अब UIDAI लोगों के मन का डर खत्म करना चाहता है।
कुछ इस तरह से होंगे सवाल
UIDAI द्वारा जारी FAQ में इस सवाल का जवाब होगा कि अपने 12 डिजिट के आधार नंबर को पब्लिक डिस्पले पर लगाया जाए या नहीं। सवालों के जवाब के जरिए यूआईडीएआई आधार नंबर को पैन नंबर और बैंक अकाउंट नंबर के समानंतर बताना चाहता है, जिससे लोगों को समझ आए कि इसे भी पब्लिक डोमेन में दिखाने से बचना है। तो वहीं दूसरी तरफ यह भी साफ किया जाएगा कि जैसे लेन-देन आदि कामों के लिए बिना संकोच बैंक नंबर दिया जाता है वैसे मांगने पर आधार नंबद देने में भी परेशानी नहीं है।