टैक्स भरने वालों की संख्या हुई दोगुनी, 80% बढ़ा रिफंड
वित्त वर्ष 2017-18 के लिए पिछले सप्ताह तक भरे गए रिटर्न की संख्या दोगुनी होकर करीब 3 करोड़ हो गई है। तो वहीं टैक्स रिफंड में 80 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है।
वित्त वर्ष 2017-18 के लिए पिछले सप्ताह तक भरे गए रिटर्न की संख्या दोगुनी होकर करीब 3 करोड़ हो गई है। तो वहीं टैक्स रिफंड में 80 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। जिनकी कुल वैल्यू 65 लाख तक पहुंच चुकी है। आपको बता दें कि गुरुवार 26 जुलाई को इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने की आखिरी तारीख 31 जुलाई 2018 से बढ़ाकर 31 अगस्त 2018 कर दी गई है।
81 प्रतिशत ज्यादा क्लेम निपटाए गए
रिर्पोट के अनुसार पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले अब तक रिफंड के 81 प्रतिशत ज्यादा क्लेम निपटाए जा चुके हैं और इनकी संख्या 65 लाख पहुंच चुकी है। गुरुवार तक रिफंड के लिए 77,700 करोड़ रुपए की रकम मंजूर की गई है जो पिछले वर्ष के 57,551 करोड़ रुपए से 35 प्रतिशत ज्यादा है। रिटर्न प्रोसेसिंग की नई प्रणाली से सरकार और करदाताओं को मामलों के त्वरित निपटान में मदद मिली है। सरकार यह भी सुनिश्चित कर रही है कि रिफंड को रोका नहीं जाए।
पिछली बार 1 करोड़ लोगों ने फाइल किया था रिटर्न
जानकारी के अनुसार इलेक्ट्रॉनिकली फाइल्ड करीब 60 प्रतिशत रिटर्न की प्रोसेसिंग हो चुकी है। सरकार व्यक्तिगत करदाताओं की रिटर्न फाइलिंग बढ़ाना चाहती है और उसकी योजना इस वर्ष 1.25 करोड़ नई रिटर्न फाइलिंग करवाने की है। पिछले साल 1 करोड़ लोगों ने पहली बार आईटीआर फाइल किया था।
जुर्माने से बचने के लिए समय पर फाइल कर रहे रिटर्न
तो वहीं अधिकारियों का मानना है कि चूंकि इस बार से लेट फाइलिंग पर जुर्माने का प्रावधान कर दिया गया है, इसलिए लोगों में समयसीमा के अंदर रिटर्न फाइल करने की होड़ है। गुरुवार तक 3 करोड़ ई-रिटर्न्स फाइल किए गए थे जो पिछले सीजन में 26 जुलाई 2017 तक के 1.7 करोड़ फाइल किए गए रिटर्न से 82 प्रतिशत ज्यादा है।