हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में शामिल होंगी अधिकतर बीमारियां
मंगलवार को भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (IRDA) ने कहा है कि स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों के दायरे से बाहर की बीमारियों की संख्या को कम करने की प्रक्रिया शुरु की है। इरडा के इस कदम को उपभोक्ताओं के अनुकूल माना जा रहा है। आपको बता दें कि इरडा (IRDA) समय-समय पर स्वास्थ्य बीमा की मानकीकरण एवं इनमें पारदर्शिता बढ़ाने एवं समानता लाने के लिए दिशा निर्देश जारी करता रहता है।
इनमें स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों में उपयोग होने वाली शब्दावली के मानकीकरण के अलावा गंभीर बीमारियों के लिए नामावली एवं प्रक्रियाओं के मानकीकरण संबंधी दिशा निर्देश शामिल होते हैं।
इरडा ने अपने आदेश में यह भी कहा है कि स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी उपलब्ध कराने वाली कंपनियों की संख्या बढ़ रही है। साथ ही उपके द्वारा पेश किए जाने वाले उत्पादों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। ऐसे में यह जरुरी हो जाता है। कि उद्योग इस बारे में समान रूख अपनाएं। उत्पाद डिजाइन में किसी बीमारी को बाहर रखने के बारे में सभी कंपनियों द्वारा समानता का रूख अपनाया जाए।
इस उद्देश्य से नियामक ने दस सदस्यीय समिति बनाई है और उसे आठ सप्ताह में अपनी रिर्पोट देने को कहा है।