Success Story: आतंकियों के गढ़ कुपवाड़ा से निकली कश्मीर की पहली IPS अधिकारी
सफल बनने के लिए हर किसी को एक प्रेरणा की जरूरत होती है। बिना किसी प्रेरणा के सफलता मिलना मुश्किल है। हमारे आस-पास तमाम ऐसे लोग हैं जो समाज के लिए खुद एक उदाहरण बन रहे हैं। यहां आज हम आपको 4 महिलाओं की कहानी बताएंगे जिन्होंने अपने हुनर और अपने दम पर समाज में एक अलग लकीर खींची है।
आर्ची जय
आर्जी जय भारत की पहली बैगपाइप वादक हैं। उनका खुद का यूट्यूब चैनल है जिसपर वह बैगपाइप के साथ नए-नए प्रयोग करके अपनी प्रतिभा का जलवा दिखाती हैं। उनका चैनल द स्नेक चार्मर के नाम से है और उनके 60 हजार से ज्यादा सब्सक्राइबर्स भी हैं। 2012 में वह बैगपाइपर की धुन से काफी प्रभावित हुईं कि खुद ही बैगपाइप बजाने लगीं।
शत्भि बसु
आपको सुनने में भले ही थोड़ा अजीब लगे पर शत्भी बसु भारत की पहली महिला बारटेंडर हैं। आम तौर पर हम क्लब-पब या बार में किसी पुरुष बारटेंडर को देखते हैं। शत्भी बसु अंतरराष्ट्रीय बार और बेवरेज की सालहकार हैं साथ ही फ्रीलांस पत्रकार भी हैं। इसके अलाना शत्भी बसु ने युवाओं को बार टेंडरिंग गुर सिखाने के लिए एक अकादमी भी खोली है।
रुवेदा सलाम
रुवेदा सलाम देश के उस हिस्से से आती हैं जहां एक आम जीवन जीना बहुत मुश्किल है। रुवेदा सलाम कश्मीर घाटी के कुपवाड़ा जिले से आती हैं। आतंकी गतिविधियों के लिए कुपवाड़ा हमेशा से बदनाम रहा है पर रुवेदा ने अब इस जिले का नाम पूरे देश में रौशन कर दिया है। रुवेदा सलाम ने 2009 में श्रीनगर मेडिकल कॉलेज से MBBS की पढ़ाई पूरी की। 2012 में सविल परीक्षा पास की और कश्मीर की पहली मुस्लिम महिला IPS अधिकारी बनीं। रुवेदा सलाम सेमिनार और वर्कशॉप के जरिए वह कश्मीर और दूसरे राज्य की लड़कियों को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करती रहती हैं। इसके अलावा वह गरीब लड़कियों को सिविल सेवा परीक्षा देने में मदद भी करती हैं
डायना इडुल्जी
डायना इडुल्जी देश की पहली महिला क्रिकेट टीम की पहली एकदिवसी कप्तान रह चुकी हैं। डायना ने 1975 से 1995 तक लगातार 20 साल भारत का प्रतिनिधित्व किया इस दौरान उन्होंने 3 विश्वकप खेले इसमें उन्होंने 1978 और 1983 में टीम की कप्तानी भी। डायना इडुल्जी पहली महिला हैं जिन्हें बीसीसीआई की सलेक्शन कमेटी में जगह मिली थी।
(सभी वीडियो- सौ- PIB)