Rupee की गिरावट का जानिए शेयर बाजार पर असर, फायदा होगा या घाटा
Rupee at record low पर होने के बाद सभी के मन एक ही सवाल है कि इसका शेयर बाजार पर क्या असर पड़ेगा। अगर आप भी इस बात की चिंता कर रहे हैं, तो जानकारों की राय आपके लिए काफी काम की हो सकती है। डालर के खिलाफ आज भी रुपया 5 पैसे की कमजोरी के साथ 83.075 रुपये के स्तर पर कारोबार कर रहा है। आइये जानते हैं कि रुपये की इस कमजोरी का असर आपके शेयर बाजार के निवेश पर क्या पड़ेगा।
फिलहाल डालर गिरा है, लेकिन शेयर बाजार नहीं
जहां तक आंकड़ों की बात है तो इस साल 1 जनवरी 2022 से लेकर अभी तक जहां रुपया डालर के खिलाफ 11 फीसदी टूट चुका है। वहीं अगर शेयर बाजार का हाल जाना जाए तो कहानी एकदम उल्टी ही है। 1 जनवरी 2022 से लेकर अभी तक निफ्टी केवल 1 फीसदी ही गिरा है। अगर किसी दिन अच्छी तेजी आ गई तो यह गिरावट बढ़त में भी बदल सकती है।
रुपये की कमजोरी का विदेशी उठा रहे फायदा
डालर के खिलाफ रुपया कमाजोर होने का विदेशी निवेशकों को इस वक्त देश में दोहरा और अमेरिका में तिहरा फायदा मिल रहा है। इस बात को इस तरह समझा जा सकता है कि अगर आज से कुछ दिन पहले किसी विदेशी निवेशक ने किसी शेयर को 75 रुपये में खरीदा होगा, तो उसे वक्त 1 डालर देना पड़ा होगा। वहीं अगर यह शेयर इस वक्त अगर 100 रुपये होगा तो जानिए विदेशी निवेशक को कितना फायदा हो रहा होगा। ऐसे में 100 रुपये में उसे 1.20 डालर मिल रहे होंगे। वहीं इस डालर को जब विदेशी निवेशक अमेरिका में ले जाएगा, तो वहां पर उसको पहले से ज्यादा ब्याज मिल रहा है। यही कारण है कि इस साल की शुरुआत से अब तक विदेशी निवेशक करीब 1.76 लाख करोड़ रुपये के शेयर बेच चुक हैं।
फिर क्यों नहीं गिर रहा है शेयर बाजार
दुनिया में अकेला भारत का शेयर बाजार है, जो डालर की मजबूती के बाद भी नहीं गिरा है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि देश में निवेशक म्यूचुअल फंड के माध्यम से बड़े पैमाने पर निवेश कर रहे हैं। इसके अलावा बीमा कंपनियां अपने यूलिप प्लान में काफी पैसा एकत्र कर रही हैं। वहीं एनपीएस के माध्यम से भी शेयर बाजार में भारी मात्रा में पैसा आ रहा है। यह निवेश विदेशी निवेशकों के पैसा निकालने से ज्यादा है। यही कारण है कि म्यूचुअल फंड कंपनियों और बीमा कंपनियों के पास अभी भी इतना पैसा है कि अगर विदेशी निवेशक शेयर बेचते हैं, तो उनके शेयर खड़े खड़े यह खरीद सकते हैं।