गर्म और ठंडी हवा देने वाला Air Purifier लांन्च, जानें कैसे करता है काम
नई दिल्ली। ब्रिटिश प्रौद्योगिकी कंपनी डायसन ने गुरुवार को भारतीय बाजार में अपनी तरह का पहला एयर प्यूरीफायर (air purifiers) डायसन प्योर हॉटप्लसकूल लांच किया है, जो हवा को साफ कर सर्दी में गर्म हवा और गर्मी में ठंडी हवा मुहैया कराएगा। यह एक बहुउपयोगी और पूरे साल काम आने वाला एयर प्यूरीफायर (air purifiers) है। कंपनी ने गुरुवार को लांच के मौके पर कहा कि नया डायसन प्योर हॉटप्लसकूल एयर प्यूरीफायर में एयर प्यूरीफायर के साथ एक हीटर भी है। यह सर्दियों में गर्मी तथा गर्मियों में ठंडक और सभी मौसमों में बेहतर प्यूरिफिकेशन प्रदान करता है।
एलसीडी स्क्रीन भी इसमें
कंपनी ने कहा कि यह एयर प्यूरीफायर (air purifiers) स्वचालित रूप से हवा के कणों और गैसों का पता लगाती है तथा उसे साफ कर शुद्ध हवा मुहैया कराती है। इसके अलावा उसी समय एलसीडी स्क्रीन और डायसन लिंक एप पर हवा के गुणवत्ता की जानकारी देती है।
खुद समझ जाता है गर्मी और सर्दी का मौसम
डायसन के वैश्विक कैटेगरी निदेशक (एन्वायर्नमेंट कंट्रोल) सैम बर्नार्ड ने कहा, "एक अच्छा एयर प्यूरीफायर (air purifiers) पहले से ही यह समझ लेता है कि कब आपको ठंडक या गर्मी की आवश्यकता है। हमारी नवीनतम मशीन ने मानक परीक्षणों में भी बेहतर प्रदर्शन किया है। यह आपके कमरे की हवा को प्रभावी रूप से शुद्ध बनाते हुए, आपको तेजी से और प्रभावी रूप से ठंडा और गर्म करती है।"
यह भी पढ़ें : Jio और Airtel के प्रीपेड प्लान एक नजर में, चुने सबसे सस्ता
कैसे काम करता है एयर प्यूरीफायर
एयर प्यूरीफायर (air purifiers) हवा को साफ करने वाले फिल्टर्स का सेट होता है। इसका फिल्टर जाम होता है यानी रुकता भी है। एक महीने तक एयर प्यूरीफायर चलने के बाद इसमें फंसी गंदगी देख सकते हैं। ये वहीं गंदगी होगी जो सांस के साथ फेफड़ों में जाती। कमरा कितना बड़ा है, प्यूरीफायर इसी आधार पर हवा साफ करता है। जिसमें 15 से 30 मिनट लग जाते हैं। प्यूरीफायर में सब मशीन के फिल्टर पर निर्भर है, ये हवा में मौजूद पर्टिकुलेट मैटर और पोलन को खत्म करता है, उसी से हवा साफ होती है।
यह भी पढ़ें : Sukanya Samriddhi Yojana : टैक्स बचाने और 65 लाख का फंड बनाने वाली स्कीम
कितनी तरह के होते हैं एयर प्यूरीफायर (air purifiers)
-HEPA एक तरह मेकैनिकल एयर फिल्टर होता है। जो दूषित तत्वों को अपनी ओर खींचता है। एक सही HEPA फिल्टर 99.97 फीसदी डस्ट पर पकड़ रखता है। डस्ट का एक कण 0.3 microns में मापा जाता है। ये फिल्टर, डस्ट के साथ-साथ बैड बैक्टीरिया और वायरस को भी कैद करता है। इस फिल्टर से बने एयर प्यूरीफायर (air purifiers) में दो बुनियादी चीजें होती हैं, एक HEPA फिल्टर और दूसरा पंखा।
-IONIC फिल्टर एयर क्लीनिंग टेक्नोलॉजी युक्त होता है। वे हवा में मौजूद दूषित त्तवों को इलैक्ट्रिकल सरफेस से ऑपरेट करते हैं। इसके प्रोसेस से 0.01 microns के साइज के कणों को भी खत्म करता है।
-एक्टिवेटेड कार्बन फिल्टर को चारकोल एयर फिल्टर भी कहा जाता है। इस फिल्टर में ऐसे एक्टिवेटेड कार्बन का इस्तेमाल किया जाता है जो सैकड़ों दूषित तत्वों को एबज़ोर्ब करता है। जिसमें कैमिकल्स, हार्मफुल गैस, odor, VOCs शामिल हैं। इन फिल्टर्स जल्दी बदलना होता है।
यह भी पढ़ें : डूब सकता है Bank में भी जमा पैसा, जान लें बचने का नियम