वेटिंग लिस्ट के पैसेंजर के लिए भारतीय रेलवे की विकल्प योजना
यहां पर आपको भारतीय रेलवे की विकल्प योजना के बारे में बताएंगे, जो कि वेटिंग लिस्ट के पैसेंजर के लिए होती है।
आईआरसीटीसी (इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन) उन पैसेंजरों के लिए विकल्प सेवा लेकर आई है जो किसी दूसरी ट्रेन में कन्फर्म सीट पा सकते हैं अगर किसी वजह से उन्हें कन्फर्म सीट नहीं मिली है। हालांकि, विकल्प चुनने से यह ज़रूरी नहीं है कि आपको कन्फर्म सीट मिल ही जायेगी। यह इस बात पर तय है कि आप किस ट्रेन में टिकट ढूंढ रहे हैं और उसमें सीट है या नहीं। इस बात की जानकारी आईआरसीटीसी ने अपने वेबसाइट पर दी है।
अगर आपको दूसरे ट्रेन में कन्फर्म बर्थ मिलती है और आप उसे कैंसिल करवाना चाहते हैं तो टिकट कैंसिल करने के पैसे बर्थ/ट्रेन के अनुसार ही होगा। इंडियन रेलवे के अनुसार विकल्प के अंतर्गत बोर्डिंग और टर्मी नेटिंग स्टेशन में भी बदलाव किया जा सकता है। पैसेंजर को जिस ट्रेन में बुकिंग की गई थी उसके चलने से आधे घंटे या 12 घंटे तक में किसी दूसरी ट्रेन (जिसका आप्शन दिया गया हो) में भी शिफ्ट किया जा सकता है। तत्काल टिकट बुक करने से पहले पढ़ें ये खबर, बदले नियम
आईआरसीटीसी के विकल्प स्कीम के बारे में मुख्य बातें:
1. भारतीय रेलवे विकल्प स्कीम हर ट्रेन और क्लास के लोगों के ऊपर लागू हो सकता है।
2. बुकिंग कोटा और छूट के बावजूद यह स्कीम हर वेटिंग लिस्ट पैसेंजर के ऊपर उपयुक्त होता है।
3. इस स्कीम के अंतर्गत, पैसेंजर ज़्यादा से ज़्यादा 5 ट्रेनों को चुन सकते हैं।
4. विकल्प का चुनाव किये हुए पैसेंजर जिन्होंने वेटिंग में टिकट बुक किया हो और चार्टिंग के बाद भी उनकी टिकट वेटलिस्ट रह गई, उन्हें ही दूसरी ट्रेन में सीट दिया जाएगा।
5. जिन पैसेंजरों के पास वेटलिस्ट टिकट है और जिन्होंने विकल्प को चुना है उन्हें अपना पीएनआर स्टेटस चार्टिंग के बाद चेक करना चाहिए। IRCTC भारत दर्शन टूर पैकेज मात्र ₹7560 में करें 8 दिन की यात्रा
6. अगर किराए में कोई अंतर आता है तो पैसेंजर से ना तो ज़्यादा पैसे लिए जायेंगी ना ही पैसे वापस किये जायेंगे।
7. अगर किसी पैसेंजर को विकल्प सेवा के अंतर्गत दूसरी ट्रेन में सीट मिल गयी है तो वह उस ट्रेन में नहीं बैठ सकते जिसमें उन्होंने पहले टिकट कराई थी।
8. अगर किसी पैसेंजर को दूसरी ट्रेन में सीट मिल जाती है तो वह सामान्य पैसेंजर की तरह माना जाएगा और उसकी सीट को अपग्रेड भी किया जा सकता है।
9. कुछ केस में, चार्ट तैयार होने के समय अगर दूसरी ट्रेन के कम्पोजीशन में कुछ बदलाव किया गया तो जिन पैसेंजर को दूसरी ट्रेन में सीट दी गई थी उनकी टिकट री एलोट की जा सकती है। इसलिए जिन पैसेंजर को विकल्प स्कीम से टिकेट उपलब्ध करवाई गई है उन्हें चार्ट बन जाने के बाद भी पीएनआर चेक करना चाहिए ताकि वह जान सकें कि कोई बदलाव तो नहीं किया गया है।
10. जब विकल्प को चुनने वाले पैसेंजर जिन्हें दूसरी ट्रेन में सीट मिल गयी है, वह टिकट कैंसिल करना चाहते हैं तो उन्हें कन्फर्म पैसेंजर मानते हुए उनपर कैंसलेशन चार्ज वैसे ही लगेंगे।
11. ओरिजिनल और दूसरी ट्रेन के किराए में अगर अंतर है तो वह पैसे (तत्काल चार्ज मिलाकर) पैसेंजर को वापस नहीं किये जायेंगे। IRCTC पर टिकट बुकिंग का नया नियम, ऐसे बुक करें टिकट
12. एक बार विकल्प चुनने वाले पैसेंजर को दूसरे ट्रेन में सीट मिल गयी, तो यात्रा में कोई बदलाव संभव नहीं है। अगर ऐसा करना है तो पैसेंजर को टिकट कैंसिल कर फिर से बुकिंग करनी होगी।
13. अगर पैसेंजर ने किसी करणवश विकल्प स्कीम द्वारा मिली सीट पर यात्रा नहीं किया तो वह टीडीआर फाइल कर रिफंड ले सकता है।
14. एक बार विकल्प द्वारा ट्रेन लिस्ट का चुनाव कर लेने पर उसमें बदलाव नहीं किया जा सकता।