जीवन बीमा पॉलिसी पर लोन प्राप्त करने का तरीका
यहां पर आपको बताएंगे कि आप जीवन बीमा पॉलिसी पर लोन कैसे प्राप्त कर सकते हैं।
जीवन बीमा पॉलिसी जो इंश्योरेंस कवर करती है उसके साथ ही, इसे उचित रेट पर लोन लेने के लिए भी काम में लिया जा सकता है। ये लोन इन्शोरेंस कंपनी भी देती है, इसके अलावा NBFC या ऐसे बैंक भी लोन देते हैं जो सिक्योरिटी की एवज में लोन देने का कम करते हैं। यह सुविधा टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी या ऐसे यूलिप्स पर नहीं मिलती है जो इक्विटी या इक्विटी आधारित सिक्योरिटीज में निवेश करते हैं।
आगे आपको बताएंगे की आप जीवन बीमा पॉलिसी पर लोन कैसे प्राप्त कर सकते हैं-
लोन की राशि
लोन की अधिकतम वैल्यू, पॉलिसी के प्रकार और इसके सरेंडर वैल्यू पर निर्भर करती है। मुख्य तौर पर लोन का अमाउंट पॉलिसी के सरेंडर वेल्यू का एक निश्चित प्रतिशत होता है। ट्रेडिशनल मनी बैक या एंडोमेंट इंश्योरेंस पॉलिसी में यह लोन 80 से 90 प्रतिशत तक हो सकता है। कुछ इंश्योरेंस में अब तक भुगतान किए गए प्रीमियम का अधिकतम 50 प्रतिशत तक लोन मिलता है। 2018 के 5 बेहतरीन टर्म इंश्योरेंस प्लान
दस्तावेज
लोन लेने के लिए बीमा पॉलिसी धारक को एक आवेदन फॉर्म भरना होता है। इस आवेदन फॉर्म में इंश्योरेंस पॉलिसी के मूल दस्तावेज़ (ओरिजनल डॉक्यूमेंट्स) लगते हैं। आवेदन के साथ लोन अमाउंट के लिए एक पेमेंट रसीद और कैंसिल चेक की रसीद भी लगानी होती है। कब, कहां और कैसे करनी चाहिए बीमा कंपनियों के खिलाफ शिकायत?
डीड ऑफ असाइनमेंट
इंश्योरेंस पॉलिसी उधार लेने वाली संस्था/बीमा कंपनी के फ़ेवर में होनी चाहिए। असाइनमेंट डीड पॉलिसी धारक के द्वारा निर्धारित प्रारूप में एक्सिक्यूट की जानी चाहिए। असाइनमेंट डिटेल्स पॉलिसी के दस्तावेजों में होनी चाहिए। LIC पॉलिसी पर लोन के लिए ऑनलाइन कैसे आवेदन करें?
शुल्क
इन्शोरेंस कंपनी या वित्तीय संस्था लोन प्रोसेस करने के बदले कुछ मामूली शुल्क चार्ज कर सकती हैं। जीवन बीमा के विभिन्न प्रकार कौन-कौन से हैं?
ध्यान देने योग्य बातें
- इंश्योरेंस पॉलिसी पर लिए गए लोन पर ब्याज दर पर्सनल लोन के मुक़ाबले कम होती है।
- यदि लोन पर बाकी ब्याज सरेंडर वेल्यू से ज़्यादा है तो बीमाधारक को इन्शोरेंस कवर खोने का जोखिम रहता है। अपनी बीमा पॉलिसी पर किस प्रकार ऋण लें