पोस्ट ऑफिस की फ्रेंचाइजी से कैसे कर सकते हैं कमाई?
यहां पर आपको बताएंगे कि आप भारत में पोस्ट ऑफिस की फ्रेंचाइजी कैसे प्राप्त कर सकते हैं साथ ही बताएंगे कि इसमें आप कितना कमीशन पा सकते हैं।
डाकघर के माध्यम से लोगों को हमेशा कोई न कोई सुविधा प्रदान करने की योजना सरकार बनाती रहती है। तो एक बार फिर इंडिया पोस्ट की ओर से पोस्ट आफिस का फ्रेंचाइजी खोलने का और पैसा कमाने का मौका दे रही है। आपको बता दें कि इंडिया पोस्ट फ्रेंचाइजी स्कीम के जरिए पोस्ट ऑफिस की काउंटर सर्विस डाकघर के बाहर भी उपलब्ध होने की सुविधा देता है। फ्रेंचाइजी की चीजों की डिलीवरी और ट्रांसमिशन विभाग ही करता है। इस योजना के तहत लोगों तक तो आसानी से पोस्ट ऑफिस सर्विस व प्रोडक्ट पहुंचते ही हैं, साथ ही फ्रेंचाइजी लेने वाले को अच्छी कमाई करने का मौका भी मिलता है।
तो आइए आपको बताते हैं कि कैसे आप पोस्ट ऑफिस की फ्रेंचाइजी प्राप्त कर सकते हैं और आपको इसमें कितना कमीशन मिलता है-
किसे मिल सकती है पोस्ट ऑफिस की फ्रेंचाइजी
पोस्ट ऑफिस की फ्रेंचाइजी कोई भी व्यक्ति, इंस्टीट्यूशन, ऑर्गनाइजेशन या अन्य एंटिटीज जैसे कॉर्नर शॉप, पान वाले, किराने वाले, स्टेशनरी शॉप, स्मॉल शॉपकीपर आदि पोस्ट ऑफिस की फ्रेंचाइजी ले सकते हैं। इसके अलावा नई शुरु होने वाली शहरी टाउनशिप, स्पेशल इकोनॉमिक जोन, नए शुरु होने इंडस्ट्रियल सेंटर, कॉलेज, पॉलिटेक्निक्स, यूनिवर्सिटीज, प्रोफेशनल कॉलेज आदि भी फ्रेंचाइजी का काम ले सकते हैं।
8वीं पास भी कर सकते हैं आवेदन
आपको फ्रेंचाइजी प्राप्त करने के लिए एक फॉर्म सबमिट करना होता है और सलेक्ट हुए लोगों को विभाग के साथ एक MAU साइन करना होगा। इसके अलावा व्यक्ति की उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए। उसे कम से कम 8वीं पास होना चाहिए। ज्यादा जानकारी के लिए आप इंडिया पोस्ट की ऑफिसियल वेबसाइट https://www.indiapost.gov.in/VAS/DOP_PDFFiles/Franchise.pdf पर जा सकते हैं।
इन्हें नहीं मिल सकती है फ्रेंचाइजी
पोस्ट ऑफिस में काम करने वाले कर्मचारियों के परिवार के सदस्य उसी डिवीजन में फ्रेंचाइजी नहीं ले सकते हैं जहां पर कर्मचारी काम कर रहा है। परिवार के सदस्यों में कर्मचारी के पत्नी, पति, बच्चे और उनके माता-पिता फ्रेंचाइजी नहीं ले सकते हैं।
इतना देना होता है सेक्योरिटी के लिए डिपॉजिट
पोस्ट ऑफिस की फ्रेंचाइजी लेने के लिए मिनमिम सेक्योरिटी डिपॉजिट 5000 रुपए है। यह फ्रेंचाइजी द्वारा एक दिन में किए जाने वाले फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन के संभावित अधिकतम स्तर पर आधारित है। बाद में यह एवरेज डेली रेवेन्यु के आधार पर बढ़ जाता है। सिक्योरिटी डिपॉजिट NSC की फॉर्म में लिया जाता है।
इस तरह से होगी कमायी
पोस्ट ऑफिस की फ्रेंचाइजी की कमाई उनके द्वारा जी जाने वाली पोस्टल सर्विसेज पर मिलने वाले कमीशन द्वारा तय होती है। यह कमीशन MAU में तय होता है।
मिलेंगी ये सभी सेवाएं
1-स्टांप और स्टेशनरी
2-रजिस्टर्ड आर्टिकल्स, स्पीड पोस्ट आर्टिकल्स, मनी ऑर्डर की बुकिंग। फिलहाल 100 रुपए से कम का मनी ऑर्डर नहीं बुक होगा।
3-पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस के लिए एजेंट की तरह ही काम करेगा, साथ ही इससे जुड़ी सेल सर्विस जैसे प्रीमियम का कलेक्शन भी उपलब्ध कराएगा।
4-बिल/टैक्स/जुर्माने का कलेक्शन और पेमेंट जैसी रिटेल सर्विस।
5-ई-गवर्नेंस और सिटीजन सेंट्रिक सर्विस।
6-ऐसे प्रोडक्ट की मार्केटिंग, जिसके लिए विभाग ने कॉरपोरेट एजेंसी हायर की हुई हो या टाई-अप किया हुआ हो, साथ ही इससे जुड़ी सेवाएं।
7-भविष्य में विभाग द्वारा पेश की जाने वाली सर्विसेज।
ट्रेनिंग और अवॉर्ड की भी सुविधा
आपको बता दें कि जिनका सलेक्शन फ्रेंचाइजी के लिए हो जाएगा, उन्हें पोस्टल विभाग की ओर से ट्रेनिंग भी मिलेगी। ट्रेनिंग इलाके के सब-डिवीजनल इंस्पेक्टर द्वारा जी जाएगी। इसके अलावा जो फ्रेंचाइजी प्वाइंट ऑफ सेल्स Software का उपयोग करेंगे, उन्हें बार कोड स्टिकर भी मिलेगा।
तो वहीं अच्छा काम करने वाली फ्रेंचाइजी को आउटलेट को अवॉर्ड भी दिया जाएगा।
फ्रेंचाइजी जारी रखने का तरीका
फ्रेंचाइजी मेट्रो शहरों से लेकर गांव तक में खोली जा सकती है। फ्रेंचाइजी के लिए हर महीने 50,000 रुपए का मिनिमम रेवेन्यु जनरेट करना अनिवार्य है, साथ ही इसका निकट के अन्य पोस्ट ऑफिस पर निगेटिव सर्विसेज की रेंज, लोकेशन, संभावित रेवेन्यु निवेश और लागत पर निर्भर करेगा।
फ्रेंचाइजी को जारी रखने का फैसला राजस्व के आधार पर तय होता है। विभाग द्वारा पहला रेवेन्यु फ्रेंचाइजी खुलने के 6 महीने बाद किया जाता है और इसके आगे जारी रहने का फैसला अगले 6 महीनों बाद यानी पूरे एक साल बाद होता है। साथ ही हर महीने भी फ्रेंचाइजी की सूचना ली जाती है।