बॉन्ड की विशेषताएं: कम ब्याज दर लेकिन पूंजी की पूरी गारंटी
बॉन्ड, बचत करने के लिए एक प्रकार का निवेश है। जो कि ग्राहक को कम ब्याज दर पर मिलता है। बॉन्ड एक मृत उपकरण है जिसमें ब्याज पहले से सुनिश्चित होती है।
बॉन्ड एक प्रकार का निवेश है। जो कि ग्राहक को कम ब्याज दर पर मिलता है। बॉन्ड एक मृत उपकरण है जिसमें ब्याज पहले से सुनिश्चित होती है। बॉन्ड को आप किसी और को भी बेच सकते हैं। बॉन्ड को आप बड़े बैंक, बड़ी कंपनियो और म्यूचुअल फंड के माध्यम से खरीद सकते हैं। सरल शब्द में कहें तो बॉन्ड आपके बचत खाते की तरह काम करता है जो कि आपके निवेश को सफल बनाता है।
फेस वैल्यू
फेस वैल्यू पैसे की वह राशि है जिसे जारी करने वाला, बाउंड की परिपक्वता अवधि पूरी होने पर बॉन्ड धारक को चुकाता है। आमतौर पर नया जारी किया गया बॉन्ड फेस वैल्यू पर बिकता है। जब बॉन्ड, फेस वैल्यू से ऊँची दरों को ट्रेड करता है तो वह प्रीमियम बिक्री कहलाती है और जब बॉन्ड फेस वैल्यू से कम कीमत पर बिकता है तो उसे सम मूल्य व्यापार कहते हैं।
परिपक्वता अवधि की तारीख
परिपक्वता अवधि की तारीख वह तारीख जिस पर निवेशक की मुख्य राशि चुकाई जाएगी।
परिपक्वता की अवधि के लिए शर्तें
यह अवधारणा उन बॉन्ड के लिए है जो पहले जारी किये जा चुके हैं। समय के किसी भी बिंदु पर, टर्म "मैच्योरिटी", बाउंड के जारी किये जाने की तारीख से उसकी परिपक्वता तक, हर रोज बदलता है।
कूपन राशि
कूपन राशि, वह कुल राशि है जो बॉन्ड धारक को पूर्व निर्धारित, नियमित अंतराल (मुख्यतः अर्ध-वार्षिक) पर ब्याज के रूप में मिलती है। जब कूपन राशि को फेस वैल्यू के प्रतिशत के रूप में व्यक्त किया जाता है तो इसे कूपन रेट कहते हैं।
वार्षिक कूपन राशि= फेस वैल्यू * कूपन रेट
यह उल्लेखनीय है की बॉन्ड को जारी करते वक्त ही कूपन रेट तय कर दिए जाते हैं। जबकि रेट्स वार्षिक शर्तों में बताए जाते हैं। कूपन राशि, कूपन के भुगतान की आवृत्ति पर निर्भर करती है।