क्या मोदी सरकार के बजट से करदाता हैं खुश?
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2.5 लाख रुपए और 5 लाख रुपए के बीच की व्यक्तिगत आय पर टैक्स की दर को 10 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत के स्तर पर लाने की घोषणा की है।
अपना तीसरा बजट पेश करते हुए वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कई अहम और बड़ी घोषणाएं की। वित्तमंत्री वे छोटे करदाताओं को राहत देते हुए टैक्स स्लैब में छूट की घोषणा की। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2.5 लाख रुपए और 5 लाख रुपए के बीच की व्यक्तिगत आय पर टैक्स की दर को 10 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत के स्तर पर लाने की घोषणा की है।
वित्तमंत्री के इस कदम से देश के तमाम करदाताओं को राहत मिलेगी। बजट से पहले ये अनुमान लगाया जा रहा था कि वित्तमंत्री बजट में टैक्स स्लैब में छूट दे सकते हैं। हालांकि ये छूट ज्यादा बड़ी नहीं है फिर भी इससे तमाम टैक्सपेयर्स को राहत मिलेगी।
वित्तमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि टैक्स चोरी का भार आम टैक्सपेयर्स पर पड़ता है, जिसे खत्म करना उनका लक्ष्य है। उन्होंने देश के लोगों से अपील की, कि वह देश के विकास में टैक्स अदा करें। वहीं वित्तमंत्री ने यह भी बताया कि भारत में बहुत ही कम लोग टैक्स अदा करते हैं जिससे भारत की छवि एक टैक्स ना देने वाले देश के रुप में बन चुकी है वह इस तस्वीर को बदलना चाहते हैं।
वित्तमंत्री ने कहा कि सिर्फ 24 लाख लोग 10 लाख से अधिक की आय दिखाते हैं जबकि सिर्फ 76 लाख लोग 5 लाख की आमदनी दिखाते हैं, वहीं 3.7 करोड़ व्यक्तियों में से 99 लाख लोगों ने 2.5 लाख की छूट सीमा से कम आय दिखाई, सिर्फ 5.9 फीसदी कंपनियों ने रिटर्न फाइल किया।