PPF, KVP, SSY जैसी छोटी बचत योजनाओं पर सरकार ने घटाई ब्याज दर
पब्लिक प्रॉविडेंट फंड और नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट यानि राष्ट्रीय बचत पत्र जैसी सरकार की छोटी बचत योजनाओं पर अब कम ब्याज मिलेगा। इन योजनाओं पर अक्टूबर से दिसम्बर की तिमाही के लिए वित्त मंत्रालय ने ब्याज दर में कमी का फैसला किया है।
मिलेगा कम रिटर्न
केंद्र सरकार ने 2016-17 की अक्तूबर-दिसंबर तिमाही के लिए छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में मामूली 0.1 प्रतिशत की कटौती की है। इससे लोक भविष्य निधि यानि पीपीएफ, किसान विकास पत्र, सुकन्या समृद्धि योजना समेत अन्य छोटी बचत योजनाओं शामिल हैं। अब इन योजनाओं पर कम रिटर्न मिलेगा।
पीपीएफ पर घटी ब्याज दर
आम जनमानस के बीच पीपीएफ काफी लोकप्रिय है पर अब चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 8.0 प्रतिशत ब्याज मिलेगा। इससे पहले यह 8.1 प्रतिशत था। ब्याज दर घटाने का असर पीपीएफ पर भी पड़ा है।
किसान विकास पत्र पर भी पड़ा असर
किसान विकास पत्र पर ब्याज दर को 7.8 प्रतिशत से घटाकर 7.7 प्रतिशत कर दिया गया है। इसके परिणामस्वरूप अब किसान विकास पत्र 110 महीने के बजाए 112 महीने में मैच्योर होगा।
ब्याज दरें होती हैं अधिसूचित
छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें तिमाही आधार पर अधिसूचित की जाती हैं। इसके अनुसार वित्त मंत्रालय ने 2016-17 में अक्तूबर-दिसंबर तिमाही के लिए ब्याज दरों को अधिसूचित किया है।
राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र
इसके तहत तीसरी तिमाही में पांच साल की मियाद वाली वरिष्ठ नागरिक बचत योजना तथा पांच साल के राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र पर ब्याज दर क्रमश: 8.5 प्रतिशत और 8.0 प्रतिशत होगी।
सुकन्या समृद्धि योजना
बालिकाओं के लिए सुकन्या समृद्धि योजना पर तीसरी तिमाही में ब्याज अब 8.5 प्रतिशत मिलेगा जो जुलाई-सितंबर तिमाही में 8.6 प्रतिशत था। एक, दो, तीन, चार और पांच साल की जमा पर भी ब्याज दर 0.1 प्रतिशत कम किया गया है।
रेकरिंग डिपोजिट
जमाकर्ताओं को पांच साल की आवृत्ति जमा (रेकरिंग डिपोजिट) पर 1 अक्तूबर से ब्याज दर 7.3 प्रतिशत मिलेगी जो दूसरी तिमाही में 7.4 प्रतिशत थी। हालांकि बचत जमा पर ब्याज दर को चार प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है।