IRCTC प्री-पेड रूपे कार्ड: यात्रियों के लिए जरूरी बातें
रूपे कार्ड, भारत के राष्ट्रीय भुगतान कॉरपोरेशन का उत्पाद है, जोकि भारत की पहली भुगतान प्रणाली है। भारतीय रेलवे और टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) ने आसान और त्वरित भुगतानों के लिए आईआरसीटीसी रूपे प्री-पेड कार्ड को लांच किया है।
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इस परियोजना के लिए, आईआरसीटीसी ने रुपे कार्ड परियोजना को क्रियान्वित करने के लिए यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया। यूबीआई बैंक से कार्ड लेने के लिए, आपको एक वैध पैन कार्ड की आवश्यकता होती है ताकि आप बैंक से कार्ड को अपनी पहचानपत्र पर खरीद पाएं।
आईआरसीटीसी यूबीआई प्रीपेड कार्ड के दो विकल्प होते हैं:
1. वर्चुअल कार्ड
2. फिजिकल कार्ड
वर्चुअल कार्ड: वर्चुअल कार्ड के मामले में, कार्ड सम्बंधित जानकारी जैसे- कार्ड नम्बर आदि को मेल के द्वारा भेजा जाता है और इसके माध्यम से ही रेलवे के टिकट बुक कराये जा सकते हैं।
फिजिकल कार्ड: फिजिकल कार्ड के मामले में, प्लास्टिक मैग्नेटिक कार्ड को ग्राहक के पते पर भेज दिया जाता है या फिर बैंक से ही इसे प्राप्त किया जा सकता है।
जानने योग्य पांच प्रमुख बातें:
1. कार्ड धारक, ग्राहक को दिए जाने वाले लाभ के अंर्तगत 2 लाख रूपए दुर्घटना बीमा करवेरज का हक़दार है।
2. कार्ड को लेते समय 500 रूपए की धनराशि को लोड करवाना होता है। इसके अलावा, इसके लिए किसी अन्य प्रकार का कोई शुल्क नहीं देना होता है।
3. व्यक्ति, इंटरनेट बैंक सुविधा का इस्तेमाल करते हुए कार्ड को रिलोड कर सकता है।
4. प्रत्येक लेन-देन पर रिवॉर्ड प्वाइंट भी मिलते हैं जिनका लाभ ग्राहक उठा सकते हैं।
5. व्यक्ति, केवाईसी के साथ 10 हजार रूपए की सीमा वाला कार्ड ले सकता है।
शुरूआती 6 महीने में, पहले पांच लेन-देन हर महीने मुफ्त होंगे और इसके लिए कोई शुल्क देय नहीं होगा। इसके बाद, 10 रूपए प्रति लेनदेन पर पड़ेगा।