डाक घर में आवर्ती जमा से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
बचत और निवेश की बात करें तो डाक घर का आवर्ती जमा यानी रीकरिंग डिपॉजिट बहुत महत्वपूर्ण साधन साबित हो सकता है। अगर आप इसमें निवेश करते हैं, तो निश्चित रूप से आपका पैसा तेजी से बढ़ेगा। खास बात यह है कि इसमें कोई रिस्क नहीं है। आपको इस पर 8.40 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलता है।
इस अकाउंट की खास बात यह है कि न्यूनतम 10 रुपए से यह अकाउंट खोला जा सकता है। यही नहीं इसमें न्यूनतम मेच्योरिटी पीरियड 10 माह का होता है।
इस आवर्ती जमा में अगर आप धन जमा करना भूल गये तो प्रति पांच रुपए पर पांच पैसे की लेट फीस लगती है। अगर चार महीने तक आपने धन जमा नहीं किया तो आपको डीफॉल्टर घोषित कर दिया जायेगा। ऐसी स्थिति में दो माह के अंदर आप लेट फीस जमा करके पुन: खाता चालू करवा सकते हैं।
लेकिन अगर छह महीने में कोई धन जमा नहीं किया, तो डीफॉल्टर घोषित कर दिया जायेगा और आपको कुछ भी नहीं मिलेगा। पहले एडवांस डिपॉजिट के छह इंस्टॉलमेंट पर रिबेट मिलती है।
अगर व्यक्ति की मौत हो जाये तो नॉमिनी को उसका पैसा मिल जाता है। मेच्योरिटी के बाद आप अगले पांच साल तक के लिये उसी आवर्ती जमा को आगे बढ़ा सकते हैं। या फिर उस आवर्ती जमा को फिक्स्ड डिपॉजिट के रूप में जमा रहने दे सकते हैं। दूसरी स्थिति में आपको कोई किश्त नहीं देनी होगी।
अगर आपको बीच में पैसे की जरूरत पड़ती है तो रीकरिंग डिपॉजिट के तीन साल पूरे होने पर आप पैसा निकाल सकते हैं।