पूंजीगत लाभ को कहें 'हां', जोखिम को कहें 'नहीं'
इंडियाफर्स्ट लाइफ का मनी बैलेंस प्लान खास तौर से इक्विटी से होने वाले जोखिम से बचाने के लिये तैयार किया गया है।
जैसे जैसे आप बड़े होंगे, जोखिम लेने की क्षमता कम होती जायेगी। और ऐसा होना भी चाहिये, चूंकि आपके पास कुछ ही वर्ष रिटायर होने के लिये बचे हैं, इसलिये अपने द्वारा जुटाई गई संपत्ति को सुरक्षित बनाये रखना आप जरूर चाहेंगे। उलटा आप चाहेंगे कि आपको वो सारे लाभ मिलें, जो इक्विटी मार्केट प्रदान करता है, लेकिन आप कोई भी रिस्क लेना नहीं चाहेंगे। जैसे जैसे आप बढ़ेंगे आपको इसके लिये इक्विटी और ऋण के लिये संतुलित पोर्टफोलियो चाहिये होगा, इक्विटी के चलते आपको पूंजिगत लाभ मिलेंगे और ऋण के चलते आपके रिटर्न स्थिर रहेंगे।
संतुलित दृष्टिकोण
इंडियाफर्स्ट लाइफ मनी बैलेंस प्लान आपको देता है दो विकल्प- इक्विटी1 फंड और डेब्ट 1 फंड
इक्विटी 1 फंड का लक्ष्य सर्वोच्च दरें प्राप्त करने के लिये होता है, जबकि डेब्ट1 का लक्ष्य महंगाई दर को चुनौती देना और लंबे अंतराल तक आपको कम रिस्क पर अच्छे रिटर्न देना। यदि आप इक्विटी 1 फंड में निवेश करेंगे, तो इस फंड में आपकी कमाई (यदि रिटर्न 10 प्रतिशत या उससे अधिक है) स्वत: डेब्ट 1 फंड में ट्रांसफर हो जायेगी।
'स्वचालित ट्रिगर' पर आधारित निवेश रणनीति आपके इक्विटी और डेब्ट के बीच स्वस्थ्य संतुलन बनाये रखता है, जैसे जैसे आब बढ़ते हैं। आपके पास जीवन बीमा भी होगा, जिसके अंतर्गत दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु / मृत्यु होने पर एक मुश्त राशि (बीमित राशि) मिलेगी।
इन-बिल्ट फ्लेक्सिबिलिटी
नियमित रूप से भुगतान करके आप इसके लाभ 25 साल तक तक उठा सकते हैं या कम समय (सात साल के सीमित भुगतान) के लिये ले भी लाभ सकते हैं। वैकल्पिक रूप से, आप बस केवल एक बार भुगतान और 20 साल तक के लिए निवेश करना चुन सकते हैं।
आपके पास फंड/इक्विटी/डेब्ट के बीच स्थानंतरित करने का भी विकल्प होगा, जो आपकी व्यक्तिगत जरूरतों पर निर्भर करेगा। किसी भी वित्तीय आपात स्थिति के मामले में, आप 5 साल के बाद अपने पैसे आंशिक रूप से वापस ले सकते हैं। पहले पांच साल में वित्तीय आपात स्थिति में आपको इस पर ऋण की सुविधा भी मिल सकती है। आप आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80 सी और 10 (10 डी) कर में छूट का आनंद प्राप्त कर सकते हैं।
समाप्ति नोट
एक टोकरी में सारे अंडे रखना कभी सुरक्षित नहीं होता, इससे बचना चाहिये। जैसे-जैसे समय बीतता है, आपको और ज्यादा सुनिश्चित करने की जरूरत पड़ती है, कि आपने जो पैसा निवेश किया है वह सुरक्षित है और बाजार के रुख को देखते हुए क्या नये निवेशों का समय आ गया है। इंडियाफर्स्ट मनी बैक प्लान के साथ आप सुरक्षित रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं, साथ में मन की शांति भी।
अस्वीकरण
यूनिट लिंक्ड जीवन बीमा उत्पादों के पारंपरिक बीमा उत्पादों से अलग कर रहे हैं और जोखिम कारकों के अधीन हैं! यूनिट लिंक्ड जीवन बीमा पॉलिसियों में प्रीमियम भुगतान निधि और पूंजी बाजार को प्रभावित करने वाले कारकों के प्रदर्शन के आधार पर, ऊपर या नीचे जा सकता है इकाइयों की पूंजी बाजार और निवेश के साथ जुड़े निवेश जोखिम के अधीन हैं और बीमित व्यक्ति को उसकी / उसके लिए जिम्मेदार निर्णय है। अपने बीमा एजेंट या मध्यस्थ से जुड़े जोखिम और लागू शुल्क पता करें। योजना खरीदने से पहले ध्यान से उत्पाद विवरणिका पढ़ें।
बीमा आग्रह की विषय वस्तु है। कर लाभ समय समय पर परिवर्तन के अधीन हैं। इंडियाफर्स्ट मनी बैक प्लान UIN 143L017V01. पंजीकृत और कॉर्पोरेट ऑफिस का पता: इंडियाफर्स्ट जीवन बीमा कंपनी लिमिटेड, 301, 'बी' विंग, क्यूब, इन्फिनिटी पार्क, डिंडोशी-फिल्मसिटी रोड, मलाड (ई), मुंबई - 400097. वेबसाइट: www.indiafirstlife.com. पंजीकरण संख्या: 143. टोल फ्री नंबर 1800 209 8700. एसएमएस कर सकते हैं 5667735 पर, एसएमएस शुल्क लागू।