टमाटर के बढ़ते दामों की पीछे क्या है कारण जाने यहां पर
ज्यादातर शहरों में टमाटर 60 रुपए से लेकर 100 रुपए किलो तक बिक रहे हैं। पिछले दो दिन से प्याज के दामों में भी वृद्धि आ गई है जिससे लोगों की टेंशन और बढ़ गई है।
टमाटर के दामों में अचानक से हुई वृद्धि आम आदमी को परेशान करके रखी है। पिछले तीन सप्ताह से टमाटर के दाम आसमान को छूते हुए नजर आ रहे हैं। ज्यादातर शहरों में टमाटर 60 रुपए से लेकर 100 रुपए किलो तक बिक रहे हैं। पिछले दो दिन से प्याज के दामों में भी वृद्धि आ गई है जिससे लोगों की टेंशन और बढ़ गई है। यहां पर आपको टमाटर और प्याज के बढ़ते दामों के कारणों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
सप्लाई में कमी
सप्लाई में कमी की वहज से टमाटर के दाम देश के 17 अहम शहरों में 90 रुपए के निशान को पार कर चुके हैं। इन शहरों में दिल्ली, कोलकाता, इंदौर और तिरुवनंतपुरम जैसी मेट्रो सिटी भी है। बारिश और बाढ़ की वजह से टमाटर के दामों में फिलहाल राहत के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। वहीं यह स्थिति अगस्त के आखिरी तक बनी रह सकती है।
प्याज के दाम में भी बढ़ोत्तरी
ऐसी भी रिर्पोट आ रही है कि प्याज की देश की सबसे बड़ी थोक मार्केट लसलगांव में भी प्याज के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं। कहा जा रहा है कि लसलगांव मार्केट में सिर्फ दो सप्ताह में प्याज के दाम दोगुने से ज्यादा हो चुके हैं। तो वहीं मार्केट के कमेटी मेंबर्स का कहना है कि स्टॉक में ताजा प्याज मौजूद नहीं है। जो भी प्याज आ रही है वह स्टोरेज से आ रही है।
किसान के पास भी नहीं बचा है स्टोरेज
पिछले कई सालों से लगभग हर किसान प्याज की खेती करता है। वह हर साल लाखों रुपए की प्याज मार्केट में बेच रहा है। फिर भी बाजार में प्याज की कीमत क्यों बढ़ रही है? किसान से इतने सस्ते दामों में प्याज खरीदने के बाद भी मार्केट में प्याज का दाम क्यों बढ़ जाता है? यह सवाल लगभग हर आदमी के जुबान पर इस समय है।
गोदामों में हर साल सड़ते हैं प्याज और टमाटर
हर साल आपको खबरों में यह पढ़ने और न्यूज में सुनने को मिलता है कि कई गोदामों से अवैद्य प्याज और टमाटर जप्त किए गए हैं। साथ ही यह भी सुनने को मिलता है कि गोदामों में सैकड़ों टन प्याज और टमाटर खराब हो गया है। लोगों का मानना है कि यह सब कालाबजारी के अंतर्गत किया जाता है ताकि लोगों से दागुना दाम वसूल किया जाए।
दिल्ली में 92 किलो रुपए टमाटर
दिल्ली में टमाटर के दाम 92 रुपए प्रति किलो है। तीन महीने पहले यह दाम 26 रुपए प्रति किलो थे। तो वहीं मुंबई एक सप्ताह पहले टमाटक के दाम 100 रुपए किलो तक थे। जबकि एक साल पहले इन्हीं दिनों में 48 रुपए प्रति किलो थे। बैंगलोर में टमाटर के दाम 6 गुना और कोलकाता में 9 गुना माना जा रहा है।