गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई बने अल्फाबेट बोर्ड के सदस्य
सर्च इंजन गूगल के भारतीय सीईओ सुंदर पिचाई अब गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट बोर्ड के सदस्य बन गए हैं। अल्फाबेट के बोर्ड ऑफ सदस्य में सुंदर पिचाई के अलावा 14 अन्य लोगों को भी शामिल किया गया है।
सर्च इंजन गूगल के भारतीय सीईओ सुंदर पिचाई अब गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट बोर्ड के सदस्य बन गए हैं। अल्फाबेट के बोर्ड ऑफ सदस्य में सुंदर पिचाई के अलावा 14 अन्य लोगों को भी शामिल किया गया है।
अल्फाबेट की ओर से जारी एक लेटर में कहा गया है कि सुंदर पिचाई पिछले दो सालों से सीईओ के रुप में शानदार काम कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कंपनी को एक नई उंचाई पर पहुंचाया है। यहां पर आपको सुंदर पिचाई से संबंधित कुछ जरुरी बातें बतायी जा रहीं है। जानकारी के लिए आगे की स्लाइड देखें-
आईआईटी खड़गपुर से की है पढ़ाई
सुंदर पिचई का जन्म चेन्नई में हुआ था। चेन्नई से ही इन्होंने अपनी पढ़ाई भी की थी। जबकि बीटेक IIT खड़गपुर से किया था। वहां से पढ़ाई कर स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमएस किया और बाद में पेनसिलवेनिया यूनिवर्सिटी के वार्टन स्कूल से एमबीए किया।
2004 में गूगल ज्वाइन किया
पिचाई ने 2004 में गूगल कंपनी ज्वाइन किया था। पिचाई को 2014 में गूगल में प्रोडक्ट मैनेजमेंट के वाइस प्रेसिडेंट के पद पर नौकरी मिली थी। यहां पर पिचाई को गूगल के क्रोम ब्राउजर और ऑपरेटिंग सिस्टम की टीम को लीड करना था।
गूगल क्रोम को पहली बार किया था प्रस्तुत
गूगल में पिचाई को खास पहचान मिली गूगल क्लाइंट सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट जैसे गूगल क्रोम और क्रोम ओएस के इनोवेशन के बाद से 2008 में उन्हें प्रोडक्ट डेवलपमेंट का वाइस प्रेसिंडेट बनाया गया। उन्होंने पहली बार गूगल क्रोम को पेश किया। यही वजह थी कि अब सुंदर पिचाई गूगल के लिए एक जाना पहचाना चेहरा बन गए थे।
बन गए गूगल के सीईओ
सुंदर पिचाई राजन गूगल क्रोम की खोज के बाद और उनकी कार्य क्षमता को ध्यान में रखते हुए गूगल खोज नामक अनुभाग का सीईओ 2 अक्टूबर 2015 में बना दिया गया। गूगल ने अपनी कंपनी का ही नाम अल्फाबेट में बदल दिया।
सुंदर पिचई की सैलरी
सुंदर पिचई रोजाना 3.6 करोड़ रुपए कमाते हैं। पिछले साल पिचई को 200 मिलियन डॉलर यानी कि 13 अरब डॉलर सैलरी दी गई थी।