मोदी सरकार से नाराज हैं बाबा रामदेव, आखिर क्यों ?
योग गुरू बाबा रामदेव ने केंद्र सरकार द्वारा घी पर GST लगाने के फैसले पर अपना विरोध दर्ज कराया है। बाबा रामदेव का कहना है कि जीएसटी लगाए जाने से घी महंगा हो जाएगा और ऐसा करने से गोकशी बढ़ेगी।
बाबा रामदेव केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से एक बात को लेकर पूरी तरह से असहमत हैं। उन्होंने जीएसटी में एक सरकार के किए गए फैसले पर अपनी आपत्ति जताई है।
घी पर जीएसटी लगाने का विरोध
योग गुरू बाबा रामदेव ने केंद्र सरकार द्वारा घी पर GST लगाने के फैसले पर अपना विरोध दर्ज कराया है। बाबा रामदेव का कहना है कि जीएसटी लगाए जाने से घी महंगा हो जाएगा और ऐसा करने से गोकशी बढ़ेगी।
जीएसटी के बाद बढ़ जाएंगे घी के दाम
आपको बता दें कि बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद का प्रमुख उत्पाद घी है। जो कि शहर से लेकर गांव तक प्रसिद्ध है। पतंजलि घी टॉप सेलिंग ब्रांड में शामिल है। जीएसटी लगाने के बाद घी पर 5 से 12 फीसदी तक लेवी बढ़ जाएगी जिससे घी का दाम बढ़ जाएगा।
40-50 रुपए तक बढ़ा जाएंगे दाम
नवभारत टाइम्स पोर्टल ने पतंजलि के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से खबर प्रकाशित करते हुए लिखा है कि, GST के बाद एक किलो घी की कीमत 40-50 रुपये तक बढ़ जाएगी बल्कि पतंजली घी की बिक्री भी 50 फीसदी तक प्रभावित होगी। पतंजली के टोटल रेवेन्यू में अकेले गाय के घी हिस्सेदारी 15 फीसदी (1467 करोड़ रुपये) है। इसके बाद दंतकांति (940 करोड़ रुपये) और केशकांति (825 करोड़ रुपये) की बारी आती है।
क्या कहा पतंजलि ने
वहीं पतंजलि के एक प्रवक्ता के हवाले से खबर प्रकाशित करते हुए नवभारत टाइम्स पोर्टल ने लिखा है कि, पतंजलि देश में घी के सबसे बड़े उत्पादक हैं, देशभर के दुग्ध उत्पादक पशुओं में गाय की हिस्सेदारी 25 फीसदी है, बाकी भैंसें हैं, पतंजलि ने काफी कोशिश कर लाखों लोगों को गोपालन के लिए राजी किया है और वह उनसे दूध, दही, घी के अलावा गोमुत्र और गोबर (पंचगव्य) खरीदते हैं।