झूठ नहीं बोल रहे हैं स्नैपचैट के सीईओ, सचमुच गरीब है भारत!
स्नैपडील के सीईओ इवान स्पीगल का कहना है कि भारत एक गरीब मुल्क है, तो आईए जरा हम देखते हैं कि 21वीं सदी का भारत आखिर कितना गरीब है?
हाल ही में स्नैपचैट के सीईओ ईवान स्पीगल ने भारत को लेकर विवादित बयान दिया। ईवॉन स्पीगल ने भारत को 'गरीब देश' बताते हुए कहा कि उनका एप स्नैपचैट भारत और स्पेन जैसे गरीब देशों के लिए नहीं बना है। उनके इस बयान के बाद ट्विटर पर काफी प्रतिक्रियाएं आई। कई लोगों ने एप को वन स्टार रेटिंग दी और बहुतों ने एप डिलीट कर दिया। ये तो एक पहलू हो गया अब जरा इवान स्पीगल के बयान पर भी बात हो जाए, इवान का कहना है कि भारत एक गरीब मुल्क है, तो आईए जरा हम देखते हैं कि 21वीं सदी का भारत आखिर कितना गरीब है?
आखिर कितना गरीब है भारत!
साल 2012 में विश्वबैंक ने भारत में गरीबी, अशिक्षा और मूलभूत सुविधाओं के आधार पर एक रिपोर्ट तैयार की थी। रिपोर्ट में 27 करोड़ भारतीय गरीब बताए गए हैं। जिसका अर्थ है कि हर 5 में एक भारतीय गरीब है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत के ज्यादातर गरीब ग्रामीण इलाकों में रहते हैं। भारत के 7 कम आय वाले राज्यों में 62 फीसदी गरीब आबादी रहती है
राज्यों में कितने गरीब!
यदि राज्य के हिसाब से बात की जाए तो सबसे ज्यादा 6 करोड़ गरीब देश के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तरप्रदेश में रहते हैं। उसके बाद नंबर आता है बिहार का जहां 3.6 करोड़ लोग गरीब हैं। तीसरे नंबर पर मध्यप्रदेश है जहां 2.4 करोड़ लोग गरीबी में जीवन गुजार रहे हैं, पांचवे नंबर पर ओडिशा है जहां 1.4 करोड़ लोग गरीब हैं। क्रमश: झारखंड में 1.3 करोड़ लोग गरीब हैं, राजस्थान में 1 करोड़ लोग गरीब हैं जबकि छत्तीसगढ़ में 1 करोड़ लोग गरीब हैं।
अरबपतियों का देश है भारत
ये भारत की सच्चाई का एक पहलू है अब जरा दूसरे पहलू पर भी गौर कर लें। आइए देखतें हैं कैस है अमीर भारत? हाल ही में फोर्ब्स पत्रिका ने दुनिया में अरबपतियों की लिस्ट जारी की थी जिसके मुताबिक भारत अरबपतियों की लिस्ट में चौथे स्थान पर है। भारत में कुल 101 अरबपति हैं।
101 अरबपति, अंबानी सबसे अमीर
फोर्ब्स की रिपोर्ट में दुनिया के अरबपति 2017 में कुल 2,043 अरबपति शामिल हैं, जिनकी कुल संपत्ति 7,670 अरब डॉलर होने का अनुमान है। एक साल पहले के मुकाबले इन अरबपतियों की संपत्ति में 18 प्रतिशत की जोरदार वृद्धि हुई है। फोर्ब्स पत्रिका के अनुसार, भारत में 101 अरबपति हैं। पहली बार भारत में अरबपतियों की संख्या ने 100 का आंकड़ा पार किया है। मुकेश अंबानी इस सूची में सबसे ऊपर हैं।
भारत के युवा उद्यमी
इससे अलग भारत के युवा उद्यमियों की बात कर ली जाए। एक वक्त था जब युवाओं के पास हुनर था लेकिन उनके पास मौके नहीं थे अब वक्त बदल गया है, भारत के युवा उद्यमियों के पास हुनर भी है और मौके भी यही कारण है कि दुनिया की टॉप कंपनियों के सीईओ भारतीय हैं।
सुंदर पिचाई (गूगल)
आज के दौर में चीजों खोजी नहीं जाती हैं बल्कि गूगल की जाती हैं। दुनिया की सबसे बड़ी सर्च इंजन कंपनी गूगल के CEO एक भारतीय हैं। भारतीय मूल के युवा उद्यमी सुंदर पिचाई गूगल के CEO हैं उन्हें अगस्त 2015 में गूगल का CEO नियुक्त किया गया। सुंदर पिचाई IIT से पासआउट हैं और उन्होंने 2004 से गूगल में कार्य शुरु किया था। सुंदर पिचाई की प्रतिभा और क्षमता से गूगल के फांउडर लैरी पेज भी प्रभावित दिखे और उन्होंने कहा कि वह खुद को बहुत भाग्यशाली मानते हैं कि सुंदर पिचाई गूगल के CEO हैं।
सत्या नडेला माइक्रोसॉफ्ट
सत्या नडेला दुनिया की जानी-मानी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के CEO हैं। सत्या नडेला का जन्म हैदराबाद में हुआ था और वह मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से ग्रेजुएट हैं। इसके बाद उन्होंने अमेरिका की शिकागो यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कॉन्सिन में पढ़ाई की। सत्या इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हैं और काफी समय तक माइक्रोसॉफ्ट से जुड़े रहने के बाद उन्हें 2014 में कंपनी का CEO नियुक्त किया गया। 1992 में माइक्रोसॉफ्ट से जुड़ने से पहले वह सन माइक्रोसिस्टम्स के लिए काम कर रहे थे।
राजीव सूरी, नोकिया
राजीव का जन्म 10 अक्टूबर 1967 को भारत में हुआ था। उनके माता का नाम आशा और पिता का नाम यशपाल सूरी है। मोबाइल कारोबार कम्पनी नोकिया सोल्यूशन्स एण्ड नेटवर्क्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं। उनके पास सिंगापुर की नागरिकता है। राजीव फिलहाल हेलसिंकी, फिनलैंड में रहते हैं। खास बात यह है कि राजीव ने न तो एमबीए न ही कोई पीजी डिग्री है। बेहतरीन मैनेजरियल स्किल्स के दम वह टॉप पर पहुंचे हैं।
इंदिरा नुई (पेप्सिको)
भारतीय मूल की चेन्नई में जन्मी इंदिरा नुई वर्तमान में पेप्सिको कंपनी की सीईओ हैं। 50 वर्षीय इंदिरा नुई 2006 से अमेरिका की कंपनी पेप्सिको से जड़ी हुई हैं। इंदिरा नुई के नेतृत्व में पेप्सिको ने क्वेकर ओट्स और ट्रॉपिकाना जूस का सफलापूर्वक अधिग्रहण किया। जॉन्सन एंड जॉन्सन कंपनी में प्रोडक्ट मैनेजर के तौर पर अपने करियर की शुरुआत करने वालीं इंद्रा को प्रतिष्ठित फोर्ब्स मैगजीन ने दो बार दुनिया की सबसे प्रभावशाली बिजनेस वुमन की थी। इंदिरा नुई IIM कोलकाता से पासआउट हैं।
शांतनु नारायण (एडोब)
एडोब सिस्टम के सीईओ शांतनु नारायण ने भी सत्या नडेला की तरह हैदराबाद पब्लिक स्कूल में पढ़ाई की है। नारायण ने अपने करियर की शुरुआत एप्पल के साथ की। अडोबी में वह ग्लोबल ऑपरेशंस, प्रॉडक्ट रिसर्च और डेवलपमेंट, मार्केटिंग व कॉर्पोरेट डेवेलपमेंट की जिम्मेदारी संभालते हैं।
दिनेश पॉलीवाल (हरमन इंटरनेशनल)
उत्तरप्रदेश के आगरा में जन्मे दिनेश पॉलीवाल अमेरिकी कंपनी हरमन इंटरनेशल के चेयरमैन और सीईओ हैं। ये कंपनी ऑडियो और मनोरंजन से जुड़े सामान बनाने वाली कंपनी है। दिनेश पॉलीवाल ने IIT रुड़की से पढ़ाई की है और ऑस्ट्रेलिया, चीन, सिंगापुर और स्विट्जरलैंड में भी काम कर चुके हैं। इसके अलावा वह 22 साल तक बहुराष्ट्रीय कंपनी एबीबी परिषद से ग्लोबाल मार्केट एंड टेक्नोलॉजी के अध्यक्ष के रूप में जुड़े रहे।
अजयपाल सिंह बंगा, मास्टरकार्ड
अमेरिकन फाइनेंशियल सर्विसेस को-ऑरपोरेशन कंपनी मास्टर कार्ड के सीईओ अजय बंगा का जन्म महाराष्ट्र के पुणे में हुआ था। इन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से संबद्ध सेंट स्टीफेन कॉलेज से इकोनॉमिक्स की डिग्री ली और फिर अहमदाबाद के मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट से एमबीए का कोर्स पूरा किया। बंगा को जुलाई 2010 में कंपनी का सीईओ नियुक्त किया गया था। इससे पहले वह एशिया पैसिफिक के सिटीग्रुप के सीईओ थे। बंगा ने अपना कॅरियर 1981 में नेस्ले के साथ शुरू किया था, जहां इन्होंने 13 साल नौकरी की।
इवान मेनेजेस, डियाजियो
भारतीय मूल के इवान मेनेजिस को ब्रिटेन की शराब कंपनी डियाजियो का 7 मई 2013 को सीईओ नियुक्त किया गया। वह डियाजियो से पहले नेस्ले, बेज-एलेन एंड हैमिल्टन और वर्लपूल में काम कर चुके हैं। ब्रिटिश कंपनी डियाजियो के सीईओ ने आईआईएम हैदराबाद से मास्टर डिग्री हासिल की है। डियाजियो दुनिया की सबसे बड़ी शराब बनाने वाली कंपनी है।
अपने दम पर हासिल किया मुकाम
भारत में पेटीएम, फ्लिपकार्ट, ओला, जैसी तमाम कंपनियों को सीईओ अपने हुनर के दम पर आज बड़े मुकाम पर हैं। पेटीएम के सीईओ एक समान्य परिवार से थे उसके बावजूद अपने विजन और काबिलियत के दम पर आज अरबों की कंपनी के मालिक हैं।