एन. चंद्रशेखरन ने संभाली टाटा संस की कमान
पिछले कई दिनों से टाटा संस में विवाद जारी है। साइसर मिस्त्री को हटाने के बाद से रतन टाटा, टाटा समूह के अंतरिम चेयरमैन हैं।
पिछले 2 महीने से चल रहे विवाद के बाद टाटा संस को नया चेयरमैन मिल गया है। सूत्रों की खबरों पर बोर्ड सदस्यों ने मुहर लगाते हुए एन. चंद्रशेखरन को टाटा संस का अगले चेयरमैन के रुप में चुन लिया है। वहीं एन. चंद्रशेखरन का नाम आने के बाद अन्य बड़े बिजनेस टाइकून ने उन्हे अपनी शुभकामनाएं दी हैं।
भारती एटरटेल के प्रमुख सुनील भारती ने एन. चंद्रशेखरन को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व में टाटा ग्रुप और आगे बढ़े यही उनकी शुभकामनाएं हैं। इसके अलावा इन्फोसिस के को-फाउंडर नारायण मुर्ति ने भी एन. चंद्रशेखरन को टाटा संस का चेयरमैन बनाए जाने पर खुशी जाहिर की और कहा कि एन. चंद्रशेखरन में एक अच्छे लीडर के गुण हैं और उनका ये गुण कंपनी में सकारात्मक महौल तैयार करेगा।
इससे बता दें कि इससे पहले टाटा ग्रुप ने अपने चेयरमैन साइरस मिस्त्री को बोर्ड मीटिंग के बाद हटा दिया था। हटाए जाने के बाद साइरस मिस्त्री ने रतन टाटा पर कई गंभीर आरोप लगाए थे और कंपनी के फैसले के खिलाफ कोर्ट में जाने की धमकी दी थी।
इससे पहले भी साइरस मिस्त्री को हटाए जाने के बाद टाटा संस में अगले चेयरमैन को लेकर तमाम बिजनेस टाइकून्स के नाम सामने आए। इसमें इंदिरा नुई का भी नाम सामने आया था। टीसीएस ने आज ही (गुरुवार) को अपने तीसरी तिमाही के नतीजे घोषित किए हैं, इस तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 6778 करोड़ रुपए रहा है। टीसीएस के परिणामों की घोषणा के बाद टाटा संस ने अपने मुख्यालय बॉम्बे हाउस में बोर्ड मीटिंग बुलाई है। अभी यह मीटिंग चल रही है। सूत्रों का कहना है कि इस मीटिंग में टाटा संस के नए चेयरमैन के नाम का फैसला हो सकता है।
कौन हैं एन. चंद्रशेखरन
एन. चंद्रशेखरन ने 1987 में TCS ज्वॉइन किया था, उन्होंने तमिलनाडु में त्रिचि के रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज से कम्प्यूटर साइंस में मास्टर की डिग्री हासिल की है। एन. चंद्रशेखरन के नेतृत्व में टीसीएस ने 2015-16 में 16.5 अरब डॉलर का राजस्व अर्जित किया था। टीसीएस बाजार मूल्य के हिसाब से भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी है। इसका बाजार मूल्य 4.2 लाख करोड़ रुपए है।