टाटा-मिस्त्री विवाद : 4 फीसदी गिरे टाटा के शेयर
साइरस मिस्त्री को टाटा समूह के चेयरमैन पद से हटाए जाने के बाद आज समूह की कंपनियों के शेयरों में चार प्रतिशत तक गिरावट आई। रतन टाटा को समूह का अंतरिम चेयरमैन बनाया गया है।
साइरस मिस्त्री को टाटा समूह के चेयरमैन पद से हटाए जाने के बाद आज समूह की कंपनियों के शेयरों में चार प्रतिशत तक गिरावट आई। रतन टाटा को समूह का अंतरिम चेयरमैन बनाया गया है। बंबई शेयर बाजार में टाटा स्टील का शेयर चार प्रतिशत टूट गया। टाटा पावर में 3.11 प्रतिशत, टाटा मोटर्स में दो प्रतिशत तथा टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज में 1.60 प्रतिशत की गिरावट आई।
टाटा की कंपनियों के शेयर गिरे
अन्य कंपनियों में टाटा केमिकल्स 4.18 प्रतिशत, टाटा कम्युनिकेशंस 3.93 प्रतिशत, टाटा कॉफी 3.89 प्रतिशत और टाटा ग्लोबल बेवरेजेज 3.47 प्रतिशत नीचे आया। शुरुआती कारोबार में टाटा स्पॉन्ज आयरन का शेयर 3.35 प्रतिशत तथा टाटा एलेक्सी का शेयर 2.30 प्रतिशत नीचे चल रहा था।
8 में से 6 वोट मिस्त्री के खिलाफ
साइरस मिस्त्री को हटाए जाने के बाद से खबरों का बाजार गर्म है। वेब समाचार पोर्टल इकोनॉमिक टाइम्स ने समाचार चैनल ईटी नाउ के हवाले से लिखा है कि, बोर्ड में शामिल 9 सदस्यों में से 8 ने वोट किया। इन आठ में से छह ने मिस्त्री के खिलाफ वोट दिया और दो ने खुद को वोटिंग से अलग रखा।
टाटा से ठीक नहीं थे मिस्त्री के संबंध
उधर, सीएनबीसी-टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, सायरस मिस्त्री को उनकी परफॉर्मेंस की वजह से हटाया गया। रिपोर्ट में कहा गया कि पिछले छह महीने से रतन टाटा और सायरस मिस्त्री के बीच काफी मतभेद चल रहा था। मिस्त्री को हटाए जाने के बाद अब रतन टाटा जल्द ही ग्रुप के सभी सीईओ से मुलाकात करेंगे। सूत्रों के अनुसार, समूह की कारोबारी कंपनियों में मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) स्तर पर कोई बदलाव नहीं किया गया है।
कोर्ट जाएंगे साइरस मिस्त्री
मिस्त्री को सोमवार को पद से हटा दिया गया था। उनकी जगह रतन टाटा को चार महीने के लिए अंतरिम चेयरमैन नियुक्त किया गया है और नए चेयरमैन की तलाश के लिए एक कमिटी का गठन किया गया है। जब मिस्त्री को हटाए जाने की बात सामने आई थी तभी टाटा ग्रुप के सबसे बड़े हिस्सेदार शापूरजी और पालोनजी ग्रुप ने इस फैसले को अवैध बताया था और इसे कानूनी चुनौती देने की बात कही थी।
हरीश साल्वे के पास पहुंचा टाटा समूह
वहीं, टाटा ग्रुप ने कानूनी पचड़ों के निपटने के लिए सीनियर ऐडवोकेट हरीश साल्वे और अभिषेक मनु सिंघवी को बुलाया है। आपको बता दें कि हरीश साल्वे ने सलमान खान केस लड़ा था और सलमान को जेल जाने से बचाया था वहीं अभिषेक मनु सिंघवी जाने माने वकील और कांग्रेस नेता हैं।
जारी है सलाह-मशवरा
सूत्रों के मुताबिक टाटा ग्रुप ने हरीश साल्वे और सिंघवी से इस मामले पर विचार-विमर्श किया है। मामले की जानकारी रखने वालों ने बताया कि मिस्त्री को पद से हटाने से पहले ही टाटा ग्रुप ने कानूनी जगत के टॉप लोगों से सलाह-मशवरा किया।
पूर्व जज से भी ली सलाह
टाटा ग्रुप ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज आर वी रवींद्रन के अलावा सीनियर ऐडवोकेट्स पी. चिदंबरम और मोहन परासरन से सलाह ली। सूत्रों ने कहा कि ऐसे जटिल मसलों में किसी कानूनी पचड़े से बचने के लिए बड़ी कंपनियां लीगल अडवाइस लेती हैं।