मिस्त्री को हटाने के बाद टाटा ने लिखी पीएम मोदी को चिट्ठी
साइरस मिस्त्री को टाटा ग्रुप के चेयरमैन पद से हटाए जाने के बाद अंतरिम चेयरमैन पद की जिम्मेदारी संभालने वाले रतन टाटा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अपने कर्मचारियों को खत लिखा है।
साइरस मिस्त्री को टाटा ग्रुप के चेयरमैन पद से हटाए जाने के बाद अंतरिम चेयरमैन पद की जिम्मेदारी संभालने वाले रतन टाटा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अपने कर्मचारियों को खत लिखा है। उन्होंने खत में लिखा है कि ग्रुप की स्थिरता और उसमें भरोसा बढ़ाने के लिए उन्होंने खुद जिम्मेदारी संभाली है। साइरस मिस्त्री को 2011 में टाटा समूह का चेयरमैन बनाया गया था।
पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी
इस पत्र में टाटा ने कहा कि टाटा संस के निदेशक मंडल ने सोमवार को एक बैठक में साइरस मिस्त्री को चेयरमैन पद से हटा दिया गया है। अब एक नए मैनेजमेंट की व्यवस्था की गई है और टाटा संस के नए चेयरमैन की पहचान करने के लिए एक समिति का भी गठन किया गया है।'
कर्मचारियों को भी लिखा पत्र
उन्होंने कहा है 'समिति को इस काम के लिए चार महीने का समय दिया गया है। इस दौरान मैनेजमेंट ने मुझसे कंपनी के चेयरमैन पद की जिम्मेदारी संभालने के लिए कहा है और मैं टाटा समूह की स्थिरता एवं उसके प्रति विश्वास को बनाए रखने के लिए यह जिम्मेदारी उठाने को तैयार हूं।' रतन टाटा इससे पहले 1991 से 2012 तक कंपनी के 21 साल तक चेयरमैन रहे हैं।
2011 में चेयरमैन बने थे मिस्त्री
आपको बता दें कि, साइरस मिस्त्री को वर्ष 2011 में कंपनी में चेयरमैन रतन टाटा का उत्तराधिकारी चुना गया था और उन्हें पहले डिप्टी चेयरमैन बनाया गया। मिस्त्री ने रतन टाटा के 75 वर्ष की आयु पूरी करने पर उनकी सेवानिवृत्त के बाद 29 दिसंबर 2012 को चेयरमैन का पद भार संभाला था।
टाटा समूह में मिस्त्री की 18.4 फीसदी हिस्सेदारी
मिस्त्री ने चार साल पहले इस विशाल कंपनी समूह के प्रमुख का पद रतन टाटा से ही संभाला था। वह 15 दशकों से काम कर रही इस कंपनी के 6ठें चेयरमैन बने थे। उनका कार्यकाल सबसे कम रहा है। मिस्त्री की पारिवारिक कंपनी शापूरजी पालोनजी की टाटा समूह में 18.4 प्रतिशत हिस्सेदारी है जबकि 66 प्रतिशत हिस्सेदारी टाटा परिवार से जुड़े ट्रस्टों के पास है।