एयरटेल, आइडिया, वोडाफोन को मिली JIO को परेशान करने की सजा
हाल ही में रिलांयस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी ने कहा था कि, जियो उस प्रतिभाशाली छात्र की तरह है जिसे कॉलेज में एडमिशन तो मिल गया है लेकिन हॉस्टल में उसकी रैगिंग होती है।
हाल ही में रिलांयस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी ने कहा था कि, जियो उस प्रतिभाशाली छात्र की तरह है जिसे कॉलेज में एडमिशन तो मिल गया है लेकिन हॉस्टल में उसकी रैगिंग होती है। मुकेश अंबानी ने ये बातें जियो को इंटरकनेक्टिविट ना मिलने के संदर्भ में कही थीं। अब रैगिंग लेने वाले छात्रों यानि एयरटेल, आइडिया और वोडाफोन को हेडमास्टर यानि TRAI ने सजा दी है।
जुर्माने का जोरदार झटका
TRAI यानी टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने भारती एयरटेल, आइडिया और वोडाफोन पर 3 हजार 50 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाने का सुझाव दिया है। रिलायंस JIO को इंटरकनेक्शन सुविधा नहीं देने को लेकर यह जुर्माना लगाया जा रहा है।
आइडिया पर 50 करोड़ का जुर्माना
इस मामले में आइडिया पर 19 सर्किल के हिसाब से 50-50 करोड़ रुपए और वोडाफोन व भारती एयरटेल पर 21 सर्किलों के हिसाब से 50-50 करोड़ रुपए का जुर्माना लगा है। 5 सितंबर से भारत में JIO सर्विस शुरू करने वाली रिलायंस ने ट्राई का संपर्क कर अन्य टेलीकॉम ऑपरेटर्स पर इंटरकनेक्शन पोर्ट मुहैया न कराने का आरोप लगाया था।
कॉल ड्रॉप मुख्य वजह
रिलायंस ने इसे कॉल ड्रॉप की मुख्य वजह भी बताया था। इसके बाद ट्राई ने यह एक्शन लिया है। ट्राई का मानना है कि इंटरकनेक्शन न उपलब्ध कराना कॉम्पटीशन के दौर में बाधा डालता है, जो कि उपभोक्ताओं के खिलाफ है।
75 फीसदी कॉल ड्रॉप
रिलायंस JIO की मानें तो 75 फीसदी से ज्यादा कॉल ड्रॉप एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया की वजह से हो रही है। ट्राई के नियमानुसार, इंटरकनेक्शन पॉइंट पर 1 हजार में से पांच से अधिक कॉल ड्रॉप नहीं होने चाहिए।
क्या है नियम
सर्विस क्वॉलिटी के नियमों के मुताबिक इंटरकनेक्ट के बिंदु पर प्रति एक हजार कॉल में से 5 से अधिक कॉल फेल नहीं होनी चाहिए। हालांकि जुर्माने के संबंध में जब कंपनियों से संपर्क किया गया तो उन्होंने जवाब देने से इनकार कर दिया।
'JIO कोई जुआ नहीं है'
इससे पहले अंबानी ने कहा था कि, 'JIO कोई जुआ नहीं है, बल्कि व्यापार के लिए काफी सोच-विचार के बाद लिया गया फैसला है।' मुकेश अंबानी ने JIO को मिलने वाली इंटरकनेक्टिविटी की समस्या के बारे में बड़ी चुटीले अंदाज में जवाब दिया। मुकेश अंबानी कहा कि JIO को इंटरकनेक्टिविटी ना मिलना वैसा ही है जैसे किसी प्रतिभाशाली छात्र की रैगिंग की जा रही हो।
2,50,000 करोड़ रुपए की परियोजना
मुकेश अंबानी ने बताया कि JIO की शुरुआत 2,50,000 करोड़ रुपए के निवेश के साथ की गई है। मुकेश अंबानी ने स्वीकार किया कि उनके सामने चुनौती है। मुकेश अंबानी को JIO को एक प्रतिभाशाली छात्र बताया, जिसे कॉलेज में एडमिशन तो मिल गया है लेकिन हॉस्टल में उसके साथ रैगिंग होती है।