आखिर कितनी सैलरी पाते हैं पीएम मोदी ?
एक मजबूत अर्थव्यवस्था बावजूद भारत के प्रधानमंत्री की आय दुनिया के अन्य राष्ट्राध्यक्षों के मुकाबले बेहद कम है। दिलचस्प बात ये है कि, पीएम मोदी की सैलरी चीन के राष्ट्रपति से अधिक है।
अगर आपसे कोई पूछे कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कितनी सैलरी है तो आप क्या जवाब देंगे। हो सकता है कि आप गूगल पर सर्च करें और फिर एक-एक करके बड़े देशों के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की सैलरी पता करें लेकिन आपको ऐसा करने की जरूरत नहीं है। इस लेख में आपको भारत, अमेरिका, रूस, जापान, चीन, ब्रिटेन सहित अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों की सालाना आय का ब्यौरा आसानी से मिल जाएगा। एक दिलचस्प बात हम आपको यहां बताना चाहेंगे कि भारत के प्रधानमंत्री की सालाना आय चीन के राष्ट्रपति की सालाना आय से ज्यादा है।
ली हसैन लूंग (सिंगापुर)
शुरुआत सिंगापुर से करेंगे। सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली हसैन लूंग दुनिया में सबसे ज्यादा आय वाले राष्ट्राध्यक्ष हैं. इनकी सालाना आय अमेरिका के राष्ट्रपति से भी ज्यादा है। ली हसैन लूंग सालाना 1,700,000 डॉलर की कमाई के साथ दुनिया में पहले स्थान पर है।
डोनाल्ड ट्रंप (अमेरिका)
दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस लिस्ट में दूसरे पायदान पर हैं। सालाना आय के मामले में राष्ट्रपति ओबामा सिंगापुर के राष्ट्रपति से बहुत पीछे हैं। राष्ट्रपति बराक ओबामा की सालाना कमाई 400,000 डॉलर है। हालांकि ट्रंप एक बिजनेस टाइकून भी हैं और अमेरिका के रियल स्टेट सेक्टर में ट्रंप की कंपनी का बड़ा हिस्सा है। अमेरिका के अलावा दुनिया के अन्य देशों में भी रियलस्टेट सेक्टर में ट्रंप की कंपनी ने निवेश किया है।
जस्टिन ट्रूट्यू (कनाडा)
जस्टिन ट्रूट्यू कनाडा के 23वें प्रधानमंत्री हैं और वह कनाडा के सबसे युवा प्रधानमंत्री भी हैं। कनाडा जैसे विशाल देश के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूड्यू सालाना आय के मामले में तीसरे स्थान पर हैं। जस्टिन ट्रूड्यू सिंगापुर और अमेरिका के राष्ट्रपति के बाद 262,725 डॉलर की कमाई के साथ तीसरे स्थान पर हैं।
थेरेसा मेरी मे (ब्रिटेन)
ब्रेग्जिट के बाद ब्रिटेन में डेविड कैमरन की जगह थेरेसा मेरी मे नई प्रधानमंत्री बनीं। थेरेसा मेरी मे ब्रिटेन की तेज तर्रार पॉलिटीशियन मानी जाती हैं। ब्रिटेन यूरोप का दूसका देश है जहां किसी देश की प्रधानमंत्री कोई महिला है। यूरोप में जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल के बाद थेरेसा मेरी मे दूसरी यूरोपीय राष्ट्राध्यक्ष हैं। थेरेसा मेरी मे की सालाना आय 207,836 डॉलर वार्षिक है।
शिंजो आबे (जापान)
ब्रिटेन की ही तरह जापान भी है जहां राजशाही भी है और लोकतंत्र भी। जापान दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में से एक है। जापान में रोबोटिक्स और जीवन को सरल-सुगम बनाने के क्षेत्र में कई खोजे हुई हैं। जापान दुनिया का एक मात्र ऐसे देश है जहां रोबोट कार मैन्युफैक्चरिंग से लेकर लोगों को चाय-पानी तक देता है। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे हैं। शिंजो आबे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद करीबी हैं और ट्विटर पर वह पीएम मोदी को फॉलो करते हैं। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे की वार्षिक आय 202,707 डॉलर प्रतिवर्ष है।
फ्रांस्वा ओलांद (फ्रांस)
यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में से एक है फ्रांस। फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद भारत को अपना अच्छा मित्र मानते हैं साथ ही भारत में फ्रांस की निवेश की संभावानाओं को बेहद सकारात्मक नजरिए से देखते हैं। हाल ही में भारत ने फ्रांस के साथ 36 राफेल फाइटर जेट्स का सौदा किया है। फ्रांस के राष्ट्रपति की वार्षिक आय 194,300 डॉलर है।
ब्लादिमीर पुतिन (रूस)
रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन की छवि दुनिया में दबंग नेता के तौर पर जानी जाती है। चाहे वह अमेरिका के विरोध के बावजूद तुर्की के नजदीक अपनी एयर डिफेंस मिसाइलें तैनात करनी हों, चाहे सीरिया में ISIS के ठिकानों पर बमबारी करनी हो, राष्ट्रपति पुतिन बिना डरे हर काम को अंजाम देते हैं। रुस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन की वार्षिक आय 136,000 डॉलर बताई जाती है। राष्ट्रपति पुतिन ने ही कुछ दिन पहले कहा था कि वह और उनके साथ काम करने वाला हर व्यक्ति राष्ट्रीय कोष के लिए अपनी आय से 10 फीसदी रकम जमा करेगा।
शी जिनपिंग (चीन)
चीन में एक कहावत है कि, चीन लोहे की दीवार की तरह है, जहां बाहर की जानकारी अंदर तो आ सकती है लेकिन बाहर नहीं जा सकती है। यही कारण है कि 21वीं सदी में तमाम तकनीक होने के बावजूद भी चीन दुनिया के लिए किसी रहस्य से कम नहीं है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग है जिनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्हें इस वक्त चीन में माओ की संज्ञा दी जा रही है। चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है इसके बावजूद वहां राष्ट्रपति की आय अमेरिका ब्रिटेन या जापान के राष्ट्राध्यक्ष के मुकाबले बेहद कम है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की सालाना आय 20,806 डॉलर प्रतिवर्ष है।
नरेंद्र मोदी (भारत)
दुनिया की सबसे तेज बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था में अगर चीन के साथ किसी देश का नाम लिया जाता है तो वह है भारत। मौजूदा दौर में भारत की जीडीपी चीन से भी तेज है। भारत में विदेशी निवेश 2014 के बाद से तेजी से बढ़ा है। एफडीआई के मामले में भारत ने चीन को पछाड़ दिया है। अब भारत दुनिया भर के निवेशकों के लिए पसंदीदा जगह बन चुका है। यहां तक की चीन के निवेशक भी चीन के बजाय भारत में निवेश कर रहे हैं। एक मजबूत अर्थव्यवस्था और तेजी से बढ़ती इकोनॉमी के बावजूद भारत के प्रधानमंत्री की आय दुनिया के अन्य राष्ट्राध्यक्षों के मुकाबले बेहद कम है। भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वार्षिक आय 30,300 डॉलर है। यहां ये देखना दिलचस्प है कि पीएम मोदी की सैलरी चीन के राष्ट्रपति से अधिक है।
सभी आंकड़े-2015 के हैं।