ऑनलाइन शॉपिंग : भारतीय युवाओं की पसंद बने विदेशी प्रोडक्ट्स
युवा भारतीय जिनकी उम्र 18 से 34 साल के बीच है, वे भुगतान बाधाओं के बावजूद विदेशों से कपड़े और इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसी चीजों की उनकी उच्च गुणवत्ता के कारण जमकर खरीदारी कर रहे हैं। वैश्विक ऑनलाइन पेमेंट गेटवे पेपॉल और प्रमुख मार्केट रिसर्च कंपनी आईपीएसओएस के संयुक्त अध्ययन में कहा गया है, "हमारे शोध से पता चला कि 59 फीसदी से ज्यादा युवा कपड़ों और उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक सामानों को उनकी उच्च गुणवत्ता के कारण विदेश से खरीदना पसंद करते हैं।
सर्वे पर आधारित है रिपोर्ट
'पेपॉल क्रास बार्डर 2015 मिलेनियल' रिपोर्ट एक ऑनलाइन सर्वे पर आधारित है, जिसमें 29 देशों के 23,000 इंटरनेट प्रयोक्ताओं का अध्ययन किया गया, जिसमें भारत के भी 517 युवा शामिल थे।
अमेजन पहले पायदान पर
इसमें पाया गया कि करीब 85 फीसदी युवा वैश्विक ऑनलाइन स्टोर से सामान मंगवाने के लिए अमेजन को तरजीह देते हैं। इस रिपोर्ट में कहा गया है, "करीब 79 फीसदी भारतीय युवा किसी आयोजन की टिकटें ऑनलाइन खरीदते हैं।"
चीन, ब्रिटेन से मंगाते हैं सामान
वहीं, चीन, ब्रिटेन और सिंगापुर से खरीदारी करनेवालों के लिए सबसे पसंदीदा देश अमेरिका है। रिपोर्ट में कहा गया है, "सीमापार खरीदारी में सबसे बड़ी रुकावट सामान मंगवाने का खर्च, सामान वापस लौटाने की कठिन प्रक्रिया, अस्पष्ट शुल्क और कर संरचना, डिलीवरी में लगने वाला लंबा समय, मुद्रा की प्रतिकूल रुपांतरण दर और केवल विदेशी मुद्रा में भुगतान का विकल्प है।"
भुगतान और भाषा की दिक्कत
वहीं, करीब 60 फीसदी युवा उन वेबसाइटों से सामान खरीदने में सहज महसूस नहीं करते जो उनकी अपनी भाषा में ना हो और 82 फीसदी युवा अपनी स्थानीय मुद्रा में भी भुगतान करना पसंद करते हैं।