कर चोरी करने वाली कंपनियों की अब खैर नहीं
नई दिल्ली। देश की कंपनियों पर 2014-15 के आखिर तक 4.85 लाख करोड़ रुपये का कर बकाया है। यह जानकारी मंगलवार को संसद में दी गई। वित्त राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने राज्यसभा में दिए गए एक लिखित जवाब में कहा, "प्रत्यक्ष कर कानून के अंतर्गत कंपनियों पर 28 फरवरी की स्थिति के मुताबिक 3.20 लाख करोड़ रुपये का कर बकाया है।"
उन्होंने कहा कि 31 मार्च तक अप्रत्यक्ष कर मद में 1.65 लाख करोड़ रुपये का कर बकाया है। मंत्री ने कहा कि मार्च अंत तक 77 कंपनियों पर 500 करोड़ रुपये या अधिक का कर बकाया है।
सिन्हा ने कहा कि आय कर विभाग ने कर वसूली के लिए एक योजन बनाई है, जिसके तहत अधिकारियों को कर वसूली के लक्ष्य दिए गए हैं, मूल्यांकन करने वाले अधिकारियों के कार्यो की उच्चाधिकारियों द्वारा निगरानी की जाती है।
उन्होंने कहा कि कर वसूली के लिए कानून में चल संपत्तियों की जब्ती और अचल संपत्तियों की जब्ती और बिक्री का प्रावधान है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।