सोना खरीदते वक्त इन 6 गलतियों से बचें
सोना सिर्फ सजावट की वस्तु नहीं बल्कि सही मायनों एक निवेश है और निवेश हमेशा सोच-समझ कर जांच परख कर किया जाता है।
भारत में सोने की खरीददारी त्यौहार, और शादी में सबसे ज्यादा होती है। लेकिन कुछ त्यौहार ऐसे हैं जब देश भर में सोने की खरीद अचानक ही बढ़ जाती है। एक धनतेरस और दूसरा अक्षय तृतीया। ये दो त्यौहार सोने की खरीद और बिक्री के लिहाज से बहुत फायदेमंद हैं। आप भी धनतेरस पर सोना खरीदने की प्लानिंग कर रहे होंगे तो उससे पहले आपको सोना खरीदने से पहले कुछ बाते जान लेनी चाहिएं। जैसे सोना असली है या नहीं, 22 कैरेट और 24 कैरेट के सोने की शुद्धता की पहचान कैसे करें, या फिर सोने पर BIS हॉलमार्क रहना कितना जरूरी है। इन सब बातों के बारे में हम आपको विस्तार से बताएंगे। क्योंकि सोना सिर्फ सजावट की वस्तु नहीं बल्कि सही मायनों एक निवेश है और निवेश हमेशा सोच-समझ कर जांच परख कर किया जाता है।
सोने के रंग पर मत जाएं
देश के अलग-अलग भागों में सोने का रंग बदल जाता है। उत्तर भारत में सुनहरा रंग जहां खिला हुआ मिलेगा, वहीं दक्षिण में गहनों पर पीलापन दिखाई देगा। ऐसे में कई लोग सोने की क्वालिटी को लेकर कंफ्यूज हो जाते हैं। खैर आप निम्न बातें ध्यान में रख कर फ्रॉड से बच सकते हैं।
सोना का भाव पता करें
सोने के दाम सोने का सिक्का हो या गहने, या फिर कोई और वस्तु, खदीने के लिये बाजार जाने से पहले सोने के दाम जरूर चेक करें। जब सोने के दाम नीचे जायें, तब खरीदना ज्यादा बेहतर रहेगा।
सुनार की दुकान की प्रतिष्ठा
किसी भी गली-नुक्कड़ पर बनी सुनार की दुकानों से छोटा-मोटा आइटम तो लेना ठीक रहता है, लेकिन अगर आप महंगे गहने लेने जा रहे हैं, तो ज्वेलरी शॉप की रेप्युटेशन जरूर चेक कर लें। अगर नामचीन ब्रांड हो, तो बेहतर रहता है, क्योंकि वो आपके गारंटी की पक्की रसीद देते हैं।
हॉल मार्क का रखें ध्यान
हॉलमार्क ज्वेलरी ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड, गवर्नमेंट ऑफ इंडिया की नियमावली के अनुसार गहनों पर हॉलमार्क का निशान अनिवार्य होता है। अगर हॉलमार्क का निशान है, यानी वह अंतर्रार्ष्टीय नियमों के तहत बनायी गई है।
सोने की शुद्धता के बारे में जानिए
कितने कैरट के हैं जेवर खरीदने से पहले गहनों पर चेक कर लें कि सोना 22 कैरट का है या 24 कैरट का। 22 कैरट का मतलब सोने की शुद्धता 74 फीसदी तक है। बाकी के 25 प्रतिशत अन्य धातु हैं।
मेकिंग चार्ज के बारे में पूछिए
मेल्टिंग व अन्य चार्ज कई ज्वेलर्स मेल्टिंग व अन्य चार्ज भी लगाते हैं। यह जरूर पता कर लें कि वेस्टेज चार्ज कितना लगाया गया है। क्योंकि कोई भी दुकानदार घाटे का सौदा नहीं करता। अगर आपसे वो कह रहा है कि वेस्टेज शुल्क शून्य है, तो इसका मतलब सोने में कहीं न कहीं उसने अतिरिक्त मुनाफा निकाल लिया है। हो सकता है मिलावट करके।