IFSC और MICR कोड के बीच क्या अन्तर है?
IFSC और MICR बैंकिंग दुनियां में फाइनेंसियल ट्रांजेक्शन के लिए किया जाने वाला एक समान्य टर्म है, जिसके तहत धन एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानान्तरित किया जाता है। फिर भी IFSC और MICR टर्म की जानकारी बारें में अब भी बहुत लोग कन्फयूस्ड रहते हैं और इसके महत्व के पीछे की धारणा को नहीं समझ पाते हैं।
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MICR कोड : पहचान के लिए इसमें स्याही का मेगनेटिक करेक्टर होता है जो चेक के नीचे एक सफेद लाइन के रुप में पाया जाता है, जिसे MICR बैंड कहते हैं। इस कोड़ को उपयोग अनतरराष्ट्रीय ट्रांजेक्शन के लिए भी किया जाता है। इस कोड के उपयोग से ट्रांजेक्शन में धन की सुरक्षा बढ़ जाती हैं।
MICR बहुत पुरानी विधि है जो धन की सुरक्षा के लिए एक नेगेशियेबल इंस्ट्रूमेंट होता है। चेक की प्रोसेसिंग के लिए यह विधि सुविधाजनक है। MICR कोड से चेक के संबंध में विस्तृत जानकारी जुड़ी रहती है,जो चेक के 9 संख्या के अनुक्रम से दर्शायी जाती है।
पहली तीन संख्या शहर को दर्शाता है, जबकि अगली तीन संख्या बैंक की जानकारी तथा अंतिम तीन संख्या बैंक की ब्रांच के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराता है। नेशनल इलेक्ट्रोनिक फंड़ (NEFT) का परिचय रिजर्व बैंक ने कराया है, जिससे फंड़ को तेजी से तथा सावधानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजा जा सकता है।
जैसा कि MICR विशेष मेगनेटिक स्याही से लिखा जाता है, जिससे फ्राड मामलों को तुरन्त मैगनेटिक स्केनर से पहचाना जा सकता है। माना कि विशेष MICR कोड यदि 110229003 है, तो इसमें पहली तीन संख्या शहर का नाम बताती है, मध्य की तीन संख्या के बैंक के नाम की जानकारी देती है, जबकि अंतिम तीन बैंक के ब्राच की जानकारी देती है।
- 110 शहर का नाम
- 229 बैंक का कोड
- 003 ब्रांच कोड
IFSC कोड:
यह भारत के फाइनेंस सिस्टम का कोड़ है। इस कोड के तहत NEFT के साथ काम करने वाली बैंकों की सारी शाखाएं समान रुप से आ जाती है। इस कोड़ का उपयोग इलैक्ट्रोनिक पैमेंट सिस्टम की एप्लीकेशन के लिए किया जाता है, जैसे RTGS (रिअल टाइम ग्रास सेटलमेंट), NEFT(नेशनल इल्ट्रोनिक फंड़ ट्रांसफर), CFMS(सेन्ट्रलाइज फंड मैनेजमेंट सिस्टम) आदि।
यदि किसी को फंड ट्रांसफर करना है तो सबसे पहले IFSC कोड की जानकारी आवश्यक है, जिससे फंड़ को सीधा आपके खाते में ट्रांसफर करना लाभदायक हो जाता है। इस विधि से भौतिक रुप से चेक भेजने के लिए और इन्हें क्लीयर करने के लिए बैंक की मदद की आवश्यकता नहीं रहती है।
इस चेक कोड प्रणाली का उपयोग इंटरनेट से धन को स्थानान्तरित करने के लिए किया जाता है। माना कि एक विशेष IFSC कोड है: HDFC0000351: इसमें पहली चार अल्फाबेटिकल संख्या से बैंक के नाम की पहचान होती है, जबकि अंतिम चार अंकों से यह जानकारी मिलती है कि केस को किस ब्रांच से भेजा जा रहा है।